सड़क नहीं तो वोट नहीं, कर्णप्रयाग का दूरस्थ गांव सकंड आज भी सड़क सुविधा से वंचित
जनपद चमोली के कर्णप्रयाग विकासखंड में स्थित सकंड गांव के लोगों ने कहा कि सड़क सुविधा नहीं होने से वह लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। जिसकी सूचना से पहले ही जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया था। ग्राम निवासी सकंड दिगम्बर सिंह बिष्ट का कहना है कि स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर अभी तक उनका गांव सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाया है। कहा कि बार-बार सर्वे के नाम पर गांव वालों को झूठा आश्वासन दिया गया है। राजनितिक दलों के लोग व प्रचारक भी चुनाव के दौरान गांव में आकर सड़क सुविधा दिलाऐ जाने की बात कह कर चले जाते हैं। लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी सकंड गांव अभी तक यातायात सुविधा से बंचित हो रखा है। हमारी ग्राम सभा खरसांई द्वारा इस संबंध में जिला प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा नहीं होने से आज भी बीमार लोगों को डंडी कंडी के सहारे पैदल ही सड़क मार्ग तक पहुंचाया जा रहा है। जिसके चलते आक्रोशित गांववासियों ने आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन का सम्पूर्ण बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
डुमक गांव के ग्रामीणों ने सड़क का कार्य प्रारंभ नही होने पर दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
जोशीमठ चमोली डुमक गांव जनपद चमोली का दूरस्थ गांव है जहां आज भी पैदल चलने के लिए 24 किलोमीटर पैदल यात्रा करके पहुंचना पड़ता है, यहां के ग्रामीणों ने पिछले दिनों 28 दिनों तक क्रमिक धरना प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों की मांग है कि सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 29 किलोमीटर जो स्वीकृत वर्ष 2009 मैं हुई थी, उसका कार्य शीघ्र पूरा किया जाए व डुमक गांव को मोटर मार्ग से जोड़ा जाए।
इन मांगों को लेकर ग्रामीण लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। अब लोगों ने तय किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जायेगा। ग्रामीणों की चुनाव बहिष्कार की चेतावनी को देखते हुए शासन-प्रशासन के द्वारा गांव में जोशीमठ के उप-जिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ को ग्रामीणों से वार्ता करने को भेजा गया था। इस दौरान ग्रामीणों के साथ उनकी 2 घंटे तक वार्ता चली। किन्तु ग्रामीणों ने अपनी मांग रखते हुए कहा कि सड़क का कार्य शुरू होने के बाद ही वोट दिया जाएगा।
संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी कहते हैं कि सड़क नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ हमारा संघर्ष जारी रहेगा उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन से वार्ता के बाद भी कोई स्पष्ट आदेश आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लोक निर्माण पोखरी के अधिकारियों के द्वारा सदैव गुमराह करने का प्रयास जनता के साथ किया जाता रहा है। कहा कि पिछले दिनों शासन में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव के साथ वार्ता हुई थी जिसमें काम करने की सहमति बनी थी। उसके बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया जो चिंता का विषय है।