उत्तराखंड :ऋषिकेश -कर्णप्रयाग रेल मार्ग पर तेजी से काम हो रहा है।एक के बाद एक सुरंग आर-पार हो रही है।इस रेल मार्ग पर लगभग 75प्रतिशत कार्य पुरा हो चुका है।इसी तरह एक महत्वपूर्ण सुरंग सुमेरपुर से नरकोटा आर पार हो चुकी है।
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग का सफर आसान होने वाला है। बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में एक और सफलता मिली है। सुमेरपुर से नरकोटा के बीच सुरंग आर-पार हो गई है। इस परियोजना में अब केवल मुख्य सुरंग के आर-पार होने का इंतजार है।रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में एक और सफलता हाथ लगी है। रुद्रप्रयाग में सुमेरपुर से नरकोटा के बीच सुरंग आर-पार हो गई है। ये सुरंग 9.46 किमी लंबी है। बता दें कि ये सुरंग निकास सुरंग है। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही मुख्य सुरंग भी आर-पार कर दी जाएगी।
125 किमी लंबी है ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन 125 किलोमीटर लंबी है। इस लाइन पर 16 सुरंगे हैं। इन सुरंगों के खुदान का काम भी लगभग 75 प्रतिशत तक पूरा हो गया है। साल 2025 तक इन सुरंगों के खुदान का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि इस रेलवे लाइन का 105 किलोमीटर हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा।
पूरी परियोजना में हैं 13 स्टेशन
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर कुल 13 स्टेशन हैं। जिसमें से योगनगरी रेलवे स्टेशन और वीरभद्र रेलवे स्टेशन का काम भी पूरा हो चुका है। सबसे खास बात कि योगनगरी रेलवे स्टेशन तक ट्रेनें चलने भी लगी हैं। इसके साथ ही देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर, धारीदेवी, तिलनी, घोलतीर, गौचर, शिवपुरी, ब्यासी और सिंवई (कर्णप्रयाग) में भी स्टेशन हैं।