बागेश्वर। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार आज बागेश्वर पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ 4 अन्य लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। बागेश्वर पुलिस ने पांचों के खिलाफ विभिन्न धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया है। उप चुनाव अचार संहिता को देखते हुए बागेश्वर पुलिस ने बॉबी पंवार को गिरफ्तार किया है। वहीं, बॉबी पंवार के समर्थन में हरीश रावत ने ट्वीट किया है। हरीश रावत ने लिखा बॉबी पंवार बेरोजगार नौजवानों के संघर्ष के प्रतीक बन गए हैं, जिसके कारण सरकार उनसे घबरा रही है।
बता दें बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष बॉबी पवार समेत अन्य लोगों को पुलिस ने शुक्रवार को नुमाईशखेत के पास से गिरफ्तार किया। जिसके बाद उन्हें कोतवाली ले जाया गया। यहां बॉबी पंवार, कार्तिक उपाध्याय, भूपेंद्र कोरंगा, राम कंडवाल, नितिन दत्त, के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 188, 186, 171 G के तहत कारईवाई की गई। पुलिस अभी पांचों को कोर्ट में पेश किया। गिरफ्तारी के दो घंटे बाद पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने जानकारी दी। उन्होंने बताया बॉबी पंवार के खिलाफ देहरादून में एक मुकदमा दर्ज है। इस मामले में वह बेल पर हैं। बेल में न्याायालय के निर्देश हैं कि वह देहरादून में ही खास जगह में रहकर की संगठन के काम कर सकते हैं, अन्य स्थानों पर नहीं जा सकते। इधर, बागेश्वर में विधानसभा उपचुनाव हैं। उसे प्रभावित करने की उनकी मंशा थी।
पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद कोंडे ने बताया व्हाटएप ग्रुप और इंटलीजेंस इनपुट था कि ये लोग अशांति फैलाने आ रहे हैं, इससे संबंधित कुछ दस्तावेज भी उनके पास थे। उन्होंने जिला प्रशासन से कार्यक्रम की अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने धारा 144 लगे होने के कारण उन्हें अनुमति नहीं दी। उनका कोई राजनैतिक दल नहीं है। वह चुनाव में अशांति फैलाने के लिए यहां आए थे। उनके साथ एक कपकोट तथा अन्य बाहरी क्षेत्र से युवक आए हैं। धारा 144 के उल्लंघन पर उनके खिलाफ कार्रवाई हुई।
उधर, कांग्रेस ने बॉबी की गिरफ्तारी पर कड़ी आपत्ति जताई है। बेरोजगार संघ ने भी बॉबी पंवार की गिरफ्तारी को साजिश बताया है। संघ के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश ने कहा स्थानीय प्रशासन ने चुनाव आचार संहिता और धारा 144 का उल्लंघन बताते हुए संघ के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया है, इससे पता चलता है कि प्रदेश के हजारों बेरोजगारों की आवाज को दबाने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्थानीय शासन प्रशासन ने बॉबी पवार की गिरफ्तारी की है। संघ के प्रवक्ता का कहना है बॉबी पवार यदि बॉबी पवार बाबा बागनाथ के दर्शन करना चाहते थे तो कोई गुनाह नहीं कर रहे थे। अगर वह बागेश्वर के युवाओं और वहां के लोगों से संवाद करना चाहते थे तो ये भी कोई गुनाह नहीं था। बेरोजगारों ने सरकार से जल्द बॉबी पवार और उनके साथी राम कंडवाल व नितिन को रिहा किए जाने की मांग की। बेरोजगारों ने कहा यदि शीघ्र पवार और उनके समर्थकों को रिहा नहीं किया गया तो प्रदेश भर के हजारों बेरोजगार सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।