फेल छात्र ना हों निराश

उत्तराखंड में हाल ही में बोर्ड के रिजल्ट घोषित किए गए हैं जिसमें 28 हजार छात्र फेल हो गए। लेकिन 10वीं-12वीं में फेल हुए छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर ने फेल छात्रों को तीन अवसरों में परीक्षा देकर उत्तीर्ण होने का मौका देने का फैसला लिया है।

बोर्ड परीक्षा में फेल हुए छात्र ना हो निराश

उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा में इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में कुल 1,09,8559 परीक्षार्थियों ने भाग लिया। जिनमें से 10 हजार छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं। वहीं इंटरमीडिएट परीक्षा में 1,06,345 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिनमें से 18 हजार छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं। उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट (12वीं) परीक्षा में इस वर्ष करीब 28 हजार छात्र-छात्राएं अनुत्तीर्ण हो गए हैं। फेल हुए इन छात्रों को तीन मौके देकर परीक्षा देकर उत्तीर्ण होने का मौका देने का फैसला लिया गया है।

फेल छात्रों को दिए जाएंगे तीन मौके

बोर्ड के अपर सचिव बृहमोहन रावत ने जानकारी दी कि हाईस्कूल में दो विषयों में और इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल होने वाले छात्रों को तीन अवसरों में परीक्षा देकर पास होने का मौका दिया जाएगा। पहला मौका इसी महीने अप्रैल से मई के बीच में फेल छात्रों से परीक्षा फॉर्म भरवाए जाएंगे।

इसके बाद जुलाई 2025 में परीक्षा आयोजित की जाएगी। दूसरा मौका तब दिया जाएगा जब छात्रों को 2026 की मुख्य परीक्षा में दोबारा शामिल होने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही तीसरा मौका 2026 की मुख्य परीक्षा के बाद फिर से एक अतिरिक्त सुधार परीक्षा आयोजित करवाकर दिया जाएगा।