उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है, जिसने लोगों को कंपकंपाना शुरू कर दिया है। पहाड़ों पर हुई बर्फवारी और मैदानी इलाकों तक की बारिश ने धूप और उमस जैसी स्थिति से प्रदेश के लोगों को राहत दिला दी है। अक्टूबर में ही लोगों को दिसंबर जैसी ठंडक का अहसास हो रहा है। कई स्थानों पर लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते देखा गया है।

बदलेगा रहेगा मौसम का मिजाज 

उत्तराखंड में दूसरे दिन भी मौसम बदला हुआ रहेगा। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के 3500 मीटर व उससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने के आसार हैं। अन्य सभी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि कल यानी बुधवार से अगले कुछ दिन राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से पर्वतीय समेत मैदानी इलाकों में 17 अक्तूबर को बिजली चमकने और हवा चलने के साथ बर्फबारी व बारिश होने की संभावना जताई है। पर्वतीय इलाकों में बारिश होने से ठंड बढ़ने के साथ मैदानी इलाकों में भी तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। जबकि 18 से 20 अक्तूबर तक प्रदेश भर का मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।

टूटा दो साल के रिकॉर्ड

उत्तराखंड में पहली बारिश में ही लोग गर्म कपड़ों में लदे नजर आए। मौसम के बदले मिजाज ने तापमान के 2 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। सोमवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वर्ष 2021 में 16 अक्टूबर को दून का अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। न्यूनतम तापमान में भी 9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। अक्टूबर के महीने में लोग अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। सोमवार सुबह शुरू हुई बारिश का सिलसिला लगभग शाम तक चला। सुबह के समय एक बार तो इतना अंधेरा हो गया कि वाहन चालकों को दिन के समय में भी लाइट जला कर चलना पड़ा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार को भी मौसम बदला हुआ रहेगा।