उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। लगातार हो रही बारिश से अगले चार दिनों तक राहत मिलने  की उम्मीद नहीं है। प्रदेश के आठ जिलों में अगले चार दिनों में हल्की से तेज बारिश के आसार है। हालांकि, 27 अगस्त के बाद उत्तराखंड में बारिश से राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, इसके बाद मानसून धीमा पड़ना शुरू हो जाएगा।

भारी बारिश का अलर्ट 

पिछले कई दिनों से उत्तराखंड के अधिकांश क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त है। फिलहाल 27 अगस्त तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का क्रम जारी रहेगा। मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर और बागेश्वर में भारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बृहस्पतिवार को इन जिलों में कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा हो सकती है। कहीं-कहीं गर्जन के साथ बिजली चमकने और बारिश के अति तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर होने के आसार हैं। जबकि, 25, 26 और 27 अगस्त को प्रदेश के अधिकांश जनपदों में तेज बारिश हो सकती है। इन तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अरब सागर से नमी खींचने वाली ट्रफ लाइन अभी हमारे नजदीक है। इसके कारण लगातार बारिश हो रही है। अगले चार दिनों में लाइन दूसरी ओर सरक सकती है जिससे बारिश से राहत मिल सकती है।

ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे तीसरे दिन भी बंद

ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे आज बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी यातायात के लिए नहीं खुल पाया है। नरेंद्रनगर बगड़धार में हाईवे बंद चल रहा है। टिहरी जिले में  रात भर से रुक रुक कर बारिश हो रही है,  जिस कारण यहां आवाजाही मुश्किल बनी हुई है।

चेतावनी रेखा के पास पहुंची गंगा
लगातार हो रही बारिश से एक बार फिर से बुधवार को गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। दिनभर गंगा का जलस्तर बढ़ते-बढ़ते शाम छह बजे चेतावनी रेखा के निशान 293 मीटर के करीब 292.90 मीटर पर पहुंच गया। हालांकि, इसके बाद कम होना शुरू हो गया। जो रात आठ बजे 292.75 मीटर पर आ गया। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अवर अभियंता हरीश ने बताया कि गंगा का जलस्तर सुबह तक और भी कम होने की उम्मीद है। खतरे वाली कोई बात नहीं है।

तीन जिलों में स्कूल रहेंगे बंद
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए उधम सिंह नगर, चमोली और हरिद्वार में सभी सरकारी, गैर शासकीय व निजी विद्यालयों में कक्षा एक से 12वीं तक और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया है।