देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर देहरादून में जोरदार प्रदर्शन किया गया और कैंडल मार्च निकालकर अंकिता को श्रद्धांजलि दी गई। इस कैंडल मार्च में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल स्वयं शामिल हुए।
इस दौरान गणेश गोदियाल ने कहा कि अंकिता की हत्या केवल एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि भाजपा की सत्ता-संरक्षित व्यवस्था द्वारा न्याय की सुनियोजित हत्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक बेटी की निर्मम हत्या के बाद भी भाजपा सरकार आरोपियों को बचाने में लगी रही, जो बेहद शर्मनाक है। गोदियाल ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग दोहराई।
प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम तथा भाजपा विधायक रेणु बिष्ट की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं के नाम लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन आज तक उनकी निष्पक्ष जांच तक नहीं कराई गई। गोदियाल ने सवाल किया कि आखिर भाजपा किससे और क्यों डर रही है, जो सीबीआई जांच से बच रही है।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा के अपने ही लोग ‘वीआईपी’ संरक्षण की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर रहे हैं, तो फिर सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच से क्यों भाग रही है। गोदियाल ने स्पष्ट किया कि दोषी चाहे कितना भी ताकतवर क्यों न हो, उसे कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी तब तक शांत नहीं बैठेगी, जब तक अंकिता को पूर्ण न्याय नहीं मिल जाता।
कांग्रेस ने इस मौके पर तीन प्रमुख मांगें रखीं-
पहली, दुष्यंत गौतम और रेणु बिष्ट की तत्काल गिरफ्तारी की जाए।
दूसरी, पूरे हत्याकांड की सर्वोच्च न्यायालय के सिटिंग न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच कराई जाए।
तीसरी, जांच को किसी भी वीआईपी, राजनीतिक दबाव या सत्ता संरक्षण से पूरी तरह मुक्त रखा जाए।
