आजादी का महापर्व पर आपदा के ज़ख्मों पर भारी पड़ा। आपदा के बीच धराली में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। आपदा प्रभावित धराली गांव में खीरगंगा के तट पर सुरक्षित बचे समेश्वर देवता मंदिर प्रांगण में आज स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने के साथ ही जिंदगी को नए सिरे से संवारने का संकल्प व्यक्त किया।
आपदा के बीच मनाया गया धराली में स्वतंत्रता दिवस
धराली गांव में आई अभूतपूर्व आपदा देश के स्वाभाविक सीमा प्रहरी सीमांत क्षेत्र के निवासियों की देशभक्ति के जज्बे और विपरीत परिस्थितियों से जूझने के जीवट को डिगा नहीं सकी। स्वतंत्रता दिवस पर आपदा प्रभावित धराली गाँव मे राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे कर्मियों के साथ ग्रामीणों ने समेश्वर देवता मंदिर के प्रांगण में जुट कर ध्वजारोहण किया।
मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
धराली में एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी ने ध्वजारोहण कर आपदा प्रभावितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर आपदा में मृत लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया तथा पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की गई।
ध्वजारोहण के अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित आपदा प्रभावितों ने देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाये की प्रतिबद्धता दोहराई। इस मौके पर आपदा के असर से एकजुट होकर उबरने और अतिशीघ्र सामान्य स्थिति बहाल करने का संकल्प लिया।
किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही, 52 की मौत, 200 लापता, रेस्क्यू जारी