टिहरी। टिहरी जिले के चंबा शहर के नीचे बनी ऋषिकेश गंगोत्री जाने वाली टनल में दरारें पड़ने से चंबा शहर वासियों में भय का माहौल बन गया है। चंबा शहरवासियों ने टनल में पड़ी दरारों को लेकर बीआरओ के अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन लोगों का आरोप है कि किसी ने भी टनल में पड़ी दरारों की सुध नहीं ली। टनल में कई जगहों पर दरार पड़ने लगी हैं। साथ ही दरारों से पानी भी टपकने लगा है। टनल के ऊपर बने मकानों में भी दरारें पड़ी हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत बरसात के समय में होती है, जब इस टनल से पानी भारी मात्रा में टपकने लगता है।

बीआरओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग

चंबा शहरवासियों ने टिहरी डीएम से बीआरओ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। भू वैज्ञानिकों से जांच कराने की मांग की गई है। जब ये टनल 2019 में बनाई जा रही थी, उस समय टनल के ऊपर बसे और मैठीयान और मंजुड़ गांव के कई परिवारों के घरों में दरार पड़ी गई थी। टनल बनने के बाद टनल में दरार पड़ने लगी हैं, जिस तरह से सुरंग में पड़ी दरारों में नमी दिख रही है, ऐसे में भू वैज्ञानिकों से जांच करवाना अति आवश्यक है।

 अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया

चंबा शहर वासियों का कहना है कि हाल ही में चंबा में एक घटना घटी थी जिसमें पांच लोगों की मलबे में दबकर मौत हुई थी। इसी के समीप नीचे यह टनल बनी हुई है। इससे ऐसा लगता है कि बीआरओ के अधिकारी किसी बड़ी घटना के घटित होने का इंतजार कर रहे हैं। चंबा शहर वासियों ने चंबा टनल में पड़ी दरार को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन भी किया, परंतु बीआरओ के अधिकारियों द्वारा सुध नहीं ली गई।

डीएम ने दिए जांच के आदेश

इस मामले में टिहरी के डीएम मयूर दीक्षित ने टिहरी की चंबा टनल के अंदर जगह जगह दरारें पड़ने पर अधिकारियों से जांच करवाने के लिए  आदेश दिए हैं। डीएम का कहना है कि उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।