Uttarakhand : जिला विकास प्राधिकरण के फर्जी नोटिस थमाकर वसूली करने वाले दो कथित पत्रकारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से फर्जी नोटिस के साथ ही फर्जी मोहरे और 11 हजार रुपए के साथ ही दो वाहन भी बरामद किए गए हैं। पता लगा है कि इन दोनों ने पत्रकार बनकर भी कई जगह ठगी की।
गिरफ्तार किए गए कथित पत्रकार सलीम खान पुत्र गुलाब नवी और वरुण पाल पुत्र मलूक सिंह हैं। सलीम खान पर आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और उस पर गैंगस्टर भी लग चुका है जबकि वरुण पाल आबकारी एक्ट के तहत कई मुकदमों में नामजद है।
इन दोनों ने अकबर टूल्स कंपनी को विकास प्राधिकरण के नाम का फर्जी नोटिस जारी किया। डाक के जरिए इसे अकबर टूल्स के पते पर भेजा गया लेकिन नोटिस वापस विकास प्राधिकरण के पते पर आ गया।
Uttarakhand : मामले की जांच शुरू
खास बात यह थी कि दोनों शातिर अभियुक्तों ने जिला विकास प्राधिकरण की हू-ब-हू मोहर के साथ ही लिफाफे और पैड भी बनवा रखे थे, जिन पर नोटिस जारी किया गया था। विकास प्राधिकरण के अधिकारी इस नोटिस को देखकर हैरत में पड़ गए, क्योंकि उनके कार्यालय से यह नोटिस जारी ही नहीं हुआ था।
उन्होंने पुलिस से संपर्क किया तो इस मामले की जांच शुरू हुई। अकबर टूल्स के स्वामी से बात की गई तो उसने बताया कि एक नोटिस उसके पास कोरियर से भी भेजा गया है, यह नोटिस भी फर्जी निकला।
पुलिस जांच आगे बढ़ी तो पता लगा कि सलीम और वरुण अकबर टूल्स पर भी पहुंचे थे और वहां मामला खत्म करवाने की एवज में 1, 20000 की मांग की थी। ₹12000 इन लोगों ने अकबर टूल्स के स्वामी से ले भी लिए थे। यह दोनों उसे धमका भी रहे थे कि अगर पैसा नहीं दिया तो उसकी बिल्डिंग को गिरवा दिया जाएगा।
Uttarakhand : दोनों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मामला सही पाए जाने पर पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी डाक्टर मंजूनाथ टीसी ने बताया कि बरामद वाहनों पर पुलिस का लोगो भी लगा हुआ था।
उन्होंने बताया कि दोनों के घर की तलाशी में विकास प्राधिकरण की दो फर्जी मोहरे भी बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि यह दोनों खुद को पत्रकार बताकर भी बड़ा खेल कर रहे थे।
कई लोगों को यह कथित पत्रकार अपना शिकार बना चुके हैं। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों की कुंडली खंगालने में जुटी हुई है।
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