देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा में आज से मानसून सत्र की शुरूआत हो चुकी है।  सदन शुरू होने से पहले ही विपक्ष मुखर हो गया है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, कांग्रेस नेता अनुपमा रावत, हरीश धामी, राजू भंडारी, सुमित हृदेश सहित कांग्रेस के कई विधायक विधानसभा भवन के बाहर अपने हाथ में लिखी नारों की तख्तियां के साथ धरना प्रदर्शन करते नजर आए।

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि 360 दिनों में 60 दिन विधानसभा सत्र चलने की जो नियमावली है, उसका सीधे-सीधे उल्लंघन किया जा रहा है। पूरे 1 साल में सरकार द्वारा 12 दिन भी सत्र आहूत नहीं किया गया है, जो दिखाता है कि सरकार जनता के सवालों से कितना भागने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता अनुपम रावत ने कहा कि उनके हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आपदा से बुरा हाल है और सरकार द्वारा इस पर अनदेखी करते हुए विधानसभा सत्र में जनता की आवाज उठाने का मौका नहीं दिया जा रहा है। वहीं कांग्रेस नेता हरीश धामी का कहना है कि प्रदेश में महंगाई, आपदा और तमाम ऐसे विषय हैं, जिन पर सरकार जवाब देने से बच रही है। आज उनका पूरा प्रयास होगा कि वह सरकार से इन विषयों पर जवाब तलब करें।

वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि आज विधानसभा सदन में दिवंगत कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी जानी है। लिहाजा इस मौके पर कांग्रेस को इस तरह की राजनीति से बाज आना चाहिए। इससे पता लगता है कि विपक्ष की संवेदनाएं खत्म हो चुकी हैं। प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि आज तमाम सदस्य चंदन रामदास को अपनी श्रद्धांजलि देंगे तो वहीं कल सदन में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा विधानसभा सत्र के दौरान कई संशोधन विधेयक भी पेश किए जाएंगे।