अयोध्या।
नए राम मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी समेत देश-दुनिया के तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर आम श्रद्वालुओं के लिए खोल दिया गया। राम मंदिर में आम आदमी कब से दर्शन कर पाएगा? क्या कोई शुल्क देना होगा? आरती का समय क्या है?
Ayodhya ram mandir Development राम मंदिर का प्रबंधन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कर रहा है। इस ट्रस्ट की स्थापना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने की थी। ट्रस्ट ही मंदिर निर्माण की निगरानी भी कर रहा है। देश की कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सम एंड टुब्रो मंदिर निर्माण में लगी है।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद अगले दिन यानी 23 जनवरी से आम श्रद्वालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। ट्रस्ट के मुताबिक 22 जनवरी को आम श्रद्वालुओं के दर्शन की व्यवस्था नहीं है, अगले दिन से कपाट उनके लिए खुलेंगे। अयोध्या में राम मंदिर सुबह 7ः00 बजे से दोपहर 11ः30 बजे तक और इसके बाद 2ः00 बजे से 7ः00 तक आम श्रद्वालुओं के दर्शन के लिए खुला रहेगा। दोपहर में करीब ढाई घंटे भोग व विश्राम के लिए मंदिर बंद रहेगा।
राम मंदिर में रामलला की दिन में तीन बार आरती होती है। पहली सुबह 6ः30 बजे, जिसे जागरण या श्रृंगार आरती कहते हैं। दूसरी दोपहर 12ः00 बजे जिसे भोग आरती कहते हैं और तीसरी शाम को 7ः30 बजे जिसे संध्या आरती कहते हैं।
अयोध्या के राम मंदिर में आरती में शामिल होने के लिए श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से पास लिया जा सकता है। पास के लिए वैध पहचान पत्र होना जरूरी है। ट्रस्ट के मुताबिक एक बार में सिर्फ 30 लोग ही आरती में शामिल हो सकेंगे।
अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन निःशुल्क है। रामलला के दर्शन के लिए किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा। दिन में तीन बार आरती होती है, इसके लिए पास जरूर लेना पड़ेगा। जिनके पास पास होगा उन्हीं को आरती में शामिल होने की इजाजत मिलेगी।
रेल, बस अथवा और हवाई मार्ग से अयोध्या जा सकते हैं। अयोध्या रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी सिर्फ 5 किलोमीटर है। वहां से आटो रिक्शा या ई-रिक्शा वगैरह के जरिए मंदिर पहुंचा जा सकता है। इसी तरह अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि हवाई अड्ढे से मंदिर की दूरी करीब 17 किमी है। लखनऊ हवाई अड्ढे से सड़क मार्ग के जरिये भी अयोध्या जा सकते हैं, दूरी करीब 160 किमी है।
राम मंदिर निर्माण का कामकाज देख रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण पर करीब 1800 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया था। जिसमें मैटेरियल कास्ट से लेकर मशीनरी, लेबर के खर्चे वगैरह शामिल हैं। नागर शैली में बन रहे तीन मंजिला राम मंदिर का निर्माण कार्य इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष और पूर्व नौकरशाह नृपेंद्र मिश्र के मुताबिक मंदिर निर्माण लगभग आखिरी चरण में पहुंच चुका है, मिशन मोड में काम चल रहा है।
अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद होटल कारोबार में तेजी आई है।लोग प्रभू श्रीराम दर्शन के लिए अयोध्या आ रहे हैं।अयोध्या के होटलों ने सिर्फ तीन दिनों में ऐतिहासिक ₹20 करोड़ की कमाई की है।
Ayodhya:अयोध्या के राम मंदिर में रापहले दिन मंगलवार को भक्तों द्वारा 3.17 करोड़ रुपए का चढ़ावा चढ़ाया गया. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन 10 दान काउंटर खोले गए थे. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद भक्तों ने दान काउंटर और ऑनलाइन दान के रूप में 3.17 करोड़ रुपए का दान दियाl
अयोध्या के नए राम मंदिर में चार कोनों पर चार और देवताओं के मंदिर हैं जिसमें भगवान शिव, भगवान सूर्य, मां भगवती और भगवान गणेशशामिल है। इसके अलावा अन्नपूर्णा माता और हनुमान जी का भी मंदिर है।