उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग के एक हिस्से के ढहने से उसके अंदर 40 श्रमिक फंसे हुए हैं। इन्हें बचाने के लिए मंगलवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इसी बीच सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। उत्तराखंड सरकार ने सुरंग दुर्घटना की जांच के लिए छह सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।

विशेषज्ञों की टीम में ये हैं शामिल 

विशेषज्ञों के इस दल में यूएसडीएमए देहरादून के निदेशक डॉ. शांतनु सरकार, वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालय जियोलॉजी के वैज्ञानिक डॉ. खइंग शिंग ल्युरई, जीएसआई के वैज्ञानिक सुनील कुमार यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक सीबीआरआई रुड़की कौशिल पंडित, उपनिदेशक भूतत्व एवं खनिजकर्म विभाग जी.डी प्रसाद और सरकार भूवैज्ञानिक यूएसडीएमए देहरादून तनड्रिला सरकार शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने किया था घटनास्थल का दौरा

बता दें कि ये हादसा दिवाली के दिन रविवार को हुआ था। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस घटना की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। पीएम मोदी ने भी सीएम से हादसे की जानकारी ली है और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने सोमवार सुबह खुद सिलक्यारा पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था और अधिकारियों से बचाव एवं राहत कार्यों की लगातार निगरानी करने और किसी भी प्रकार की कोताही न करने को कहा था।

अंदर फंसे लोगों को भोजन-पानी, ऑक्सीजन भेजा

इस हादसे को लेकर राज्य आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा था कि प्रेशर के कारण हिस्सा ढहा है, हमारी प्राथमिकता है लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना। हम अंदर फंसे लोगों को भोजन-पानी, ऑक्सीजन मुहैया करा रहे हैं। बुधवार तक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। सुरंग के अंदर फंसे लोगों से बातचीत हुई है। उन्होंने कहा है कि वे सुरक्षित हैं और अंदर मलबे की क्या स्थिति है, अंदर की स्थिति क्या इसकी जानकारी उनके द्वारा दी गई है। देहरादून से तकनीकी टीम भी आई है।