शंखनाद INDIA/ देहरादून

उत्तराखंड के जंगल इन दिनों भयानक आग से धधक रहे हैं| जंगलों में लगी आग कम होने के बजाए विकराल रूप लेती जा रही है| इस भयानक आग से वन क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों के साथ-साथ सरकार की भी चिंता बढ़ गई है| जंगल की आग धीरे-धीरे आबादी क्षेत्रों में पहुंच रही है जिससे लोगों में दहशत बनी है| आज से सेना के दो हेलीकॉप्टर आग पर काबू पाने के लिए उत्तराखंड पहुंच चुके हैं| उत्तराखंड पहुंचे एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने जंगलों में आग बुझाने का ऑपरेशन शुरू कर दिया है| ये हेलीकॉप्टर कोटी कॉलोनी के पास टिहरी झील से पानी भरकर जंगलों को आग को बुझाने का काम कर रहे हैं|

बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से उत्तराखंड सरकार को दो सेना के हेलीकॉप्टर की मदद दी गई है जिससे जंगलों में लग रही आग पर काबू पाया जा सके|  इन दो हेलीकॉप्टर में से एक गढ़वाल तो दूसरा कुमाऊं के जंगलों की आग को बुझाने का काम करेगा| साथ ही एनडीआरएफ की तैनाती का भी फैसला लिया गया है| जंगलों में बढ़ रही आग की घटनाओं को देखते हुए सीएम तीरथ सिंह रावत ने वन विभाग के सभी अफसरों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं|

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्यक्षेत्र में बने रहने के निर्देश दिए। फायर वॉचर को 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं की जानकारी कंट्रोल रूम को तुरंत मिलनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा गया है कि जंगलों की आग बुझाने के लिए वन पंचायतों सहित स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जाए, लेकिन बच्चे और बुजुर्गों को आग बुझाने के काम में न लगाया जाए|

जनवरी से लेकर अब तक जंगलों में आग की कुल 1028 घटनाएं सामने आई है। इसमें रिजर्व फॉरेस्ट में आग लगने के मामले में गढ़वाल मंडल का पौड़ी जिला और कुमाऊं का नैनीताल सबसे ज्यादा हैं। जंगलों में लगी रही आग से अभीतक लाखों रूपयों का नुकसान हो चुका है| साथ ही आग लगने से कई पशु घायल हुए है तो कई पशुओँ की मौत भी हो चुकी है| वहीं पिछले 24 घंटे में ही आग के करीब 45 मामले सामने आए जिससे 69 हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा है। पिछले 24 घंटे में आरक्षित वन क्षेत्र में 40 और सिविल/वन पंचायत क्षेत्र में आग के पांच मामले सामने आए हैं। इनमें से 26 मामले गढ़वाल मंडल और आठ मामले कुमाऊं मंडल के हैं। 11 मामले अन्य स्थानों से सामने आए।

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