आपदा के कारण इस बार उत्तराखंड को भारी नुकसान हुआ है। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि एनडीएमए के विभागाध्यक्ष राजेंद्र सिंह और सचिव मनीष भारद्वाज ने आपदा से राज्य को हुई क्षति की प्रतिपूर्ति के लिए हरसंभव आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि क्षति का जायजा लेने के लिए अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीम सोमवार को राज्य के भ्रमण पर आ रही है।
नुकसान का आंकलन करने सोमवार को आएगी केंद्र की टीम
सोमवार को केंद्रीय टीम के साथ शासन में बैठक होगी, जिसमें उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही आपदा से हुई वास्तविक क्षति का आकलन करने के लिए पीडीएनए यानी पोस्ट डिजास्टर नीड एसेसमेंट की कार्यवाही भी जल्द की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अभी तक 574 मिमी बारिश हुई है, जो पिछले कुछ वर्षों में सर्वाधिक है। बारिश अधिक होने के कारण नुकसान भी ज्यादा हुआ है।
शुक्रवार को नई दिल्ली से लौटने के बाद सचिव आपदा प्रबंधन ने यूएसडीएमए स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में पत्रकारा वार्ता में बताया कि अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीम को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, बागेश्वर व नैनीताल का भ्रमण कराया जाएगा। राज्य के स्तर पर टीम के भ्रमण को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। टीम दो भागों में उपरोक्त जनपदों का भ्रमण करेगी।
संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय करेंगे टीम का नेतृत्व
बता दें कि इस टीम का नेतृत्व आर. प्रसना, संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय करेंगे। टीम के साथ अन्य छह सदस्य भी रहेंगे, जिनमें उप निदेशक महेश कुमार, अधीक्षण अभियंता सुधीर कुमार, उप निदेशक विकास सचान, मुख्य अभियंता पंकज सिंह, निदेशक डॉ. वीरेन्द्र सिंह शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मानसून सीजन में अब तक राज्य को व्यापक क्षति हुई है। इस वर्ष मानसून के दौरान हुई क्षति की प्रतिपूर्ति तथा भविष्य में अवस्थापना संरचनाओं को संभावित नुकसान से बचाने के लिए भारत सरकार से 5702.15 करोड़ रुपये की विशेष सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है।