देहरादून। जौलीग्रांट क्षेत्र में गुरुवार शाम हुए हाथी के हमले में छठवीं कक्षा के छात्र कुनाल की मौत के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। कालू सिद्ध मंदिर के पीछे वन मार्ग पर गश्त के दौरान अचानक सामने आए हाथी ने 12 वर्षीय कुनाल को पटककर गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव को कोठारी मोहल्ला स्थित उसके निवास स्थान लाया गया, जहां परिवारजन बेटे का शव देखकर बिलख पड़े। पूरे गांव में मातम छा गया और माहौल गमगीन हो गया।
घटना के बाद वन विभाग की टीम लगातार पीड़ित परिवार के साथ बनी रही। थानो रेंजर एनएल डोभाल देर रात ही जौलीग्रांट अस्पताल पहुंचे और शुक्रवार सुबह पंचनामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई के दौरान भी मौजूद रहे। विभाग की ओर से परिजनों को राहत राशि का चेक सौंपा गया और अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था भी वन विभाग द्वारा ही कराई गई।
हादसे के बाद वनकर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थानो रेंज अधिकारियों ने कालूसिद्ध–धन्याड़ी वन मार्ग के दोनों ओर खाई खोदकर मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इससे पहले शुक्रवार सुबह गश्त के दौरान एक वनकर्मी का भी हाथी ने पीछा किया था, हालांकि उसने भागकर किसी तरह जान बचाई।
डीएफओ नीरज शर्मा और रेंजर एनएल डोभाल ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। छात्र के अंतिम संस्कार में विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिरूद्ध सोलंकी, सभासद राजेश भट्ट सहित कई स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
