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उत्तराखंड में सरकारी तंत्र की ऐसी लापरवाही सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। दरअसल त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए पौड़ी गढ़वाल के एक गांव में जहां एक भी पिछड़ा वोटर नहीं है लेकिन फिर भी ग्राम प्रधान के लिए सीट OBC महिला है। जिसके बाद से ग्रामीण हैरान और परेशान है।

एक भी पिछड़ा वोटर नहीं लेकिन सीट OBC

पंचायत चुनाव के लिए नामांकन खत्म हो गए हैं। लेकिन पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत डांगी में आरक्षण की वजह से ग्रामीणों के सामने एक अलग की मुश्किल खड़ी हो गई। जहां इस गांव में एक भी पिछड़ा वोटर नहीं तो वहीं ग्राम प्रधान पद को ओबीसी महिला आरक्षण के अंतर्गत रखा गया है। अब गांव वालों के लिए समस्या ये है कि जब कोई पिछड़े वर्ग से है ही नहीं तो ग्राम प्रधान बनेगा कौन। इसी समस्या के चलते गांव में ग्राम प्रधान के लिए नामांकन भी नहीं हो पाया है।

ग्राम प्रधान पद के लिए नहीं हो पाया एक भी नामांकन

इस विसंगति के कारण ग्राम प्रधान पद के लिए एक भी नामांकन ना होन पाने के कारण ग्रामीण नाराज हैं। वहीं अब नाराज ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए आरक्षण में सुधार की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर इस समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वो पंचायत चुनावों में मतदान का बहिष्कार करेंगे।