Sikkim : बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने सिक्किम में भारी तबाही मचाई है। बुधवार को उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में अचानक बाढ़ आई थी, जिसके बाद कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई।
सेना के 22 जवानों समेत 102 लोग लापता हैं। आपदा के कारण 20,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अलग-अलग स्थानों पर 3000 से अधिक पर्यटक भी फंसे हैं।
Sikkim : केंद्र सरकार भी एक्शन में, पहुंचाई जा रही मदद
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक के हवाले से यह जानकारी दी है। त्रासदी के फोटो-वीडियो सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से फोन पर बात की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लापता सेना के जवानों की सलामती के लिए प्रार्थना की।
Sikkim : एनडीआरएफ की टीमें जुटीं
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कई टीमों को बचाव और राहत कार्यों के लिए लगाया गया है।
अचानक आई बाढ़ के कारण लापता और घायल होने वालों में अधिकांश मंगन जिले के चुंगथांग और गंगटोक जिले के डिकचू, सिंगतम और पाकयोंग जिले के रंगपो से रिपोर्ट किए गए थे। अब तक करीब 166 लोगों को बचाया गया है, जिनमें सेना का जवान भी शामिल हैं।
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