नैनीताल। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल को मानस खंड भी कहा जाता है। मां नंदा कुमाऊं की कुल देवी हैं। हर साल मां नंदा का महोत्सव होता है। मां नंदा सुनंदा का महोत्सव इस बार भी हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। मां नंदा सुनंदा महोत्सव 20 सितंबर से शुरू हो रहा है। 27 सितंबर को महोत्सव संपन्न होगा।

27 सितंबर तक होगा आयोजन

बता दें कि मां के महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट बतौर मुख्य अतिथि रहेंगे। कुमाऊं में कुल देवी के रूप में पूजी जाने वाली मां नंदा देवी महोत्सव का 20 सितंबर से 27 सितंबर तक आयोजन किया जाएगा। महोत्सव को लेकर आयोजन समिति रामसेवक सभा और नगर पालिका ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। रामसेवक सभा के महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि महोत्सव 20 सितंबर से प्रारंभ होगा।

हल्द्वानी से लाया जाएगा केले का पेड़

मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं के निर्माण के लिए 20 सितंबर को कदली (केले के पेड़) वृक्ष लेने के लिए एक दल हल्द्वानी जाएगा। जहां से मां की मूर्ति निर्माण के लिए केले के वृक्ष को नैनीताल लाया जाएगा। 21 सितंबर को नैनीताल में महिलाओं स्कूली बच्चों व मंदिर समिति के लोगों के द्वारा उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में कदली वृक्ष का स्वागत किया जाएगा। नगर भ्रमण किए जाने के बाद मां नैना देवी मंदिर में वृक्ष को लाया जाएगा। वहां 22 सितंबर को कदली वृक्ष से मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं का निर्माण किया जाएगा।

23 सितंबर से होंगे मां नंदा सुनंदा के दर्शन

इसके बाद 23 सितंबर की ब्रह्म मुहूर्त में मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं को भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। 23 सितंबर से 26 सितंबर तक मंदिर में मां की मूर्तियों को भक्तों के दर्शन के लिए रखा जाएगा। इस दौरान कई धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इसके बाद 27 सितंबर को मां नंदा सुनंदा के डोले का नगर भ्रमण कराया जाएगा। देर शाम मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं को नैनी झील में विसर्जित कर दिया जाएगा।

नैनी झील में होगा दीपदान

रामसेवक सभा के महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि महोत्सव के दौरान नैनी झील में दीपदान का आयोजन किया जाएगा जो विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। महोत्सव को सोशल मीडिया के यूट्यूब, स्थानीय चैनल समेत फेसबुक के माध्यम से लाइव प्रसारण किया जाएगा।