सोनीपत हरियाणा के निवासी राम तीरथ अपनी पत्नी के साथ धराली और हर्षिल घूमने आए थे। दोनों का सफर काफी अच्छा चल रहा था। इस बीच अचानक से धराली में आयी आपदा ने मानों एक ग्रहण सा लगा दिया हो। दोनों पति- पत्नी ने अपनी आंखों के सामने धराली का वह खौफनाक मंजर देखा।
कभी नहीं भूल पाएंगे मंजर
राम तीरथ बताते है कि मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक चीख पुकार मची और एक मिनट में पूरा बाजार मलबे में दब गया। बाजार से कुछ दूरी पर होने की वजह से उनकी जान तो बच गई, लेकिन उन्होंने जो मंजर देखा उसे वह शायद ही कभी भूल पाएंगे। पूरे बाजार को मलबे में दबने के साथ ही 10 साल के पेड़ पर चढ़े बच्चे को अपनी आंखों से मलबे में बहते हुए देखा।
रात- भर उड़ी रही नींद
मुश्किल से तीन से चार लोग ही रहे होंगे, जिन्होंने भाग कर जान बचाई। घटना के बाद नेटवर्क न होने की वजह से लोगों से संपर्क कट गया था। तीन से चार घंटे रात सड़क पर बिताई। तभी जंगल के पास वन विभाग का एक कमरा मिला तो कुछ राहत की सांस ली, लेकिन पति-पत्नी पूरी रात सो नहीं पाए। आज सुबह सेना के लोग भी मिल गए थे।
आज अपने गांव के लिए हो जाएंगे रवाना
आपदा के 24 घंटे बाद उन्हें हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू कर भटवाड़ी लाया गया। अभी दोनों पति-पत्नी भटवाड़ी में रुके हुए हैं। जो आज अपने गांव के लिए निकल जाएंगे।