पुणे में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को देश की संप्रभुता की रक्षा को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि भारत की सशस्त्र सेनाएं और नेतृत्व हर चुनौती का सामना करने को तत्पर हैं। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए इसे स्वराज की रक्षा का प्रत्यक्ष उदाहरण बताया। एनडीए में मराठा योद्धा और महान रणनीतिकार पेशवा बाजीराव प्रथम की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण करते हुए शाह ने कहा कि शिवाजी और बाजीराव जैसे योद्धाओं से आज भी प्रेरणा मिलती है। “विपरीत परिस्थितियों में भी स्वराज स्थापित करने की उनकी दृढ़ता हमें आज भी देश की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी निभाने की सीख देती है,”
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र, कहा – भारत की तैयारी पर कोई सवाल नहीं
शाह ने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर की ओर इशारा करते हुए कहा, “स्वराज की स्थापना के लिए हमने पहले भी संघर्ष किया है और उसकी रक्षा के लिए आगे भी पीछे नहीं हटेंगे। ऑपरेशन सिंदूर से यह साफ हो गया है कि भारत किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।” कार्यक्रम के दौरान शाह ने पेशवा बाजीराव प्रथम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अगर शिवाजी महाराज द्वारा शुरू की गई स्वतंत्रता की लड़ाई को पेशवाओं ने आगे न बढ़ाया होता, तो भारत की सांस्कृतिक पहचान बचाना मुश्किल हो जाता। “अपने छोटे से जीवनकाल में बाजीराव ने जो इतिहास रचा, वह आज भी प्रेरणा है,”
एनडीए कैडेट्स से मुलाकात, देश की रक्षा में युवाओं की भूमिका पर जोर
इस मौके पर अमित शाह ने एनडीए कैडेट्स से बातचीत की और उन्हें राष्ट्र रक्षा की जिम्मेदारी को गर्व और समर्पण के साथ निभाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बाजीराव जैसे महान योद्धा की प्रतिमा यहां होना एक प्रेरणादायक प्रतीक है, जो भविष्य के सैन्य नेतृत्व को दिशा देगा।