1- डाक विभाग द्वारा जाॅच के नाम पर की जा रही है, लीपा पोती विभाग की कार्य प्रणाली पर ग्रमीणों में असंतोष।
2- आनन फानन में किया नारायण बगड के सम्पूर्ण कर्मचारियों की अन्यत्र तैनाती ।
3-छः माह बाद भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नही, ग्रामीणों में ब्याप्त आक्रोश ।
4-पोस्ट आफिस की फर्जी पास बुक, फर्जी मोहर, फर्जी चैक, व फर्जी बाॅण्ड के माध्यम से दिया ग्रामीणों को लम्बे समय तक धोखा ।
शंखनाद INDIA/राकेश सती नारायण बगड़- जहाॅ ग्रामीण मेहनत मजदूरी कर अपने खून पसीने की कमाई को इस आशा से डाक घर में जमा करते है कि आने वाले समय में वह अपनी बेटी की शादी करेगे, अपने बच्चों की शिक्षा दिक्षा व भविष्य में कठिन समय में उनके काम आयेगा लेकिन इसे विडम्बना ही कहा जायेगा कि सुरक्षित व भरोसामन्द माने जाने वाले वचत बैक पोस्ट आफिस से ही ग्रामीणों की मेहनत से जामा पूजीं पोस्ट आफिस के कर्मचारी की लालच की भैट चढ जाती है व लोगों को अपनी ही मेहनत से जामा पूजीं को पाने हेतु दर -दर की ठोकरे खानी पडेती है ।
इस तरह का मामला नारायण बगड वि0 ख0 के सुदूरवर्ती सबसे बडे गाॅव किमोली के उपडाक घर में सामने आया है जहाॅ ग्रामीणों की लाखों रू0 की खून पसीने की कमाई यहाॅ पर तैनात पोस्टमास्टर द्वारा हडप ली जाती है, ग्रामीणों के अनुसार विगत 10 वर्षो में उनके द्वारा जमा की गई लगभग 60 लाख से अधिक की धनराशी जो उनके द्वारा पोस्ट आफिस में जमा की गयी थी जिसमें सेविंग, फिक्स, टीडी, फडी,एआईसी व मनरेगा के पैसे सम्मलित है जो इस घोटाले की भेंट चढ़ गए । मामला तब प्रकाश में आया जब माह अगस्त 2020 में उपरोक्त पोस्टमास्टर की अन्यत्र तैनाती हो गयी व वहाॅ पर तैनात पोस्टमैन को पोस्टमास्टर को चार्ज दिया गया ।
वर्तमान पोस्टमास्टर मलक सिंह के अनुसार जब उन्हें चार्ज मिला तो लोग अपने पैसे निकालने हेतु उनके पास पहुचने लगे । लेकिन उनके खातों में कोई पैसा नही होने व पर उनके द्वारा इसकी तुरन्त सूचना डाक निरिक्षक कर्णप्रयाग को दी व इस सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी व पास बुक सहित उपलब्ध करायी गयी । डाक निरिक्षक द्वारा गाॅव में पहुचकर जाॅच कार्य किया गया । क्षेत्र पंचायत सदस्य रणजीत सिंह और ग्रामीणों के अनुसार डाक निरिक्षक द्वारा गाॅव में तीन बार पहुचकर उन्हें अक्टूबर माह तक सारा पैसा वापस किया जाने का आश्वासन दिया गया । लेकिन छः माह से भी अधिक समय होने पर भी कोई कार्यवाही नही हो पायी है ।
ग्रामीण दर्शन सिंह बिष्ट के अनुसार उनके द्वारा अपनी बेटी की शादी हेतु 1 लाख तीस हजार रू0 जमा किये गये थे जब वे पैसे लेने गये तो उनका 1 लाख 24 हजार रू0 अलग-अलग तिथि को निकाला गया दिखाया गया वही जाॅच में उनके दस्खत भी फर्जी पाये गये ।इसी तरह हीरा देवी के अनुसार उनके द्वारा 1 लाख रू0 फिक्स डिपोजिट किया था व 05 साल में दुगने होने पर जो चैक दिया गया है उस एकाउन्ट में महज 800रू0 है, श्रीमती कली देवी के अनुसार उन्होने 1लाख 10 हजार रू0 व भरत सिंह के अनुसार उन्होने पोस्ट आॅफिस में पैसे जमा कराये गये लेकिन उन्हें किसी जन शक्ति बैक के बाॅड दिये गये ।
वही आर्मी से रिटायर्ड दिग्पाल सिंह के अनुसार उन्होने अपनी फैमली के नाम से 80 हजार व 70 हजार की दो टीडी बनायी थी जो फर्जी पायी गयी । देवकी देवी ने बताया कि उनके द्वारा 2 लाख 20 हजार जमा किये लेकिन उन्हे पैसे वापस करने हेतु स्टाम पेपर पर लिख कर दिया गया है वही झूमा देवी के अनुसार उन्होने अपनी वेटी रजनी की शादी हेतु 500रू0 व बेटे रोहन के नाम हर महिने 100रू0 जमा कराये लेकिन अब पाॅच साल पूर्ण होने के बाद उनका सारा पैसा डूब गया सबल सिंह व मेहरवान सिंह के रोजगार गारण्टी का पैसा भी निकाल लिया गया ।
वही इस बीच इतने बडे घोटाले का मामला सामने आने पर डाक विभाग द्वारा आनन फानन में नारायण बग ड में तैनात सम्पूर्ण स्टाॅफ को अन्यत्र तैनात कर दिया गया ताकि किसी भी तहत की जबाब देही से बचा जा सके वही जाॅच के नाम पर लगातार गाॅव में बैठक कर ग्रामीणों को सम्पूर्ण पैसा वापस दिये जाने का आश्वासन दिया गया । लेकिन धरातल पर कोई कार्यवाही अमल में नही आने व आरोपी ब्यक्ति के खिलाफ कोई कार्यवाही नही होने से लोगों में खासा गुस्सा ब्याप्त है । क्षेत्र में इतने बडे घोटाले के सामने आने के बाद विभाग की सुस्ती व ठोस कार्यवाही न होने से लोगों में कानाफूसी होने लगी है ।
वही किमोली क्षेत्र पंचायत सदस्य विरेन्द्र सिंह के अनुसार गाॅव में गरिब जनता का एक -एक पैसा वापस किया जाना चाहिये ।
वही जाॅच अधिकारी डाक निरिक्षक रोहित कुमार से इस सम्बन्ध में जानकारी चाही गयी तो उनके द्वारा यह कह कर बचा गया कि वे इस सम्बन्ध में आधिकारिक रूप से कुछ भी कहने के उत्तरदायी नही है ।
वही सहायक अधिक्षक गोपेश्वर वी पी थपलियाल के अनुसार इस सम्बन्ध में जाॅच की कार्यवाही चल रही है, सभी ग्रामीणों का पैसा दिया जायेगा। लेकिन जो पैसा पोस्ट आफिस में जमा नही है उसके लिए ग्रामीणों को पर्सनल रूप से कार्यवाही करनी होगी व आरोपी के खिलाफ विभागीय नियमानुसार कार्यवाही चल रही है आरोप अभी सस्पेन्सन पर है यथाशीर्घ अन्य कार्यवाही अमल में लाई जायेगी ।
ग्रामीणों के अनुसार उनका जो पैसा जमा है वह इस तरह है
1- बबली देवी पत्नी मोहन सिंह -40 हजार रू0 स्वयं, 25 हजार रू0 पुत्र गुजन, 25 हजार रू0 गुलशन
2- बलवन्त सिंह पु़त्र हयात सिंह – 25 हजार रू0 10 वर्ष हेतु फिक्स
3-सबल सिंह पुत्र गजे सिंह- 50 हजार रू0
4-यशोदा देवी – 1 लाख रू0
5- भागा देवी पत्नी रघुनाथ सिंह- 20 हजार रू0
6- झूमा देवी पु़त्री रजनी की शादी हेतु 50 हजार रू0
7- भरत सिंह 37- 37 हजार के दो बाॅड
8- विरमा देवी बेटी नेहा के नाम 30 हजार, पुत्र नितिन 35 हजार
9- शेर सिंह पत्नी नेहा के नाम 2 लाख रू0
10- साबुली देवी पु़त्री उदय सिंह 35 हजार
11- दिग्पाल सिंह आर्मी रिटायर्ड 70 हजार व 80 हजार पत्नी पुष्पा देवी,
12-विरेन्द्र सिंह पुत्र विशन सिंह 1 लाख 25 हजार टीडी, पुत्र आदित्य, अंकित, नेहा के नाम 25/25/25 हजार रू0
13- श्रीमती गुडडी देवी पत्नी महाबीर राम पिछले 05 साल से हर माह 500रू0 पुत्र दीपक सिंह व पुत्री प्रियंका
14-जमन सिंह पुत्र जोत सिंह हर माह 500रू0 2014 से पौ़त्री अंकिता के नाम
15- हिमा देवी पत्नी हरेन्द्र सिंह 50 हजार की आरडी
16- देव सिंह पत्नी साबुली देवी 80 हजार, 61 हजार सेविंग व फिक्स
17- भागा देवी 70 हजार टीडी
18-गजे सिंह 1लाख टीडी
19-पुष्पा देवी 40 हजार
20- पान सिंह 75 हजार टीडी
21- अनिता देवी 64 सविंग 60 टीडी 2 बिन्दु देवी बेटे प्रिंस के नाम 10 हजार 05 साल ,
22- शोभा देवी पत्नी कुन्दन सिंह संेविग 1लाख 50 हजार रू0
23- बाग सिंह पत्र बचन सिंह बच्चों सविता , बबिता , भूपेन्द्र के नाम 10/10/10 हजार टीडी
24-कली देवी पत्नी कल्याण सिंह 60 हजार स्वयं, 25/25 नाती प्रियंका व प्रियाशु