देहरादून। गोवा के एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली, जिसमें उत्तराखंड के पांच युवा भी शामिल थे। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब आग लगते ही लोग जान बचाने के लिए क्लब के किचन की ओर भागे, लेकिन वहीं धुआं और लपटों के बीच फंसकर उनकी मौत हो गई। घटना के बाद प्रदेश में शोक की लहर है।
हादसे में मारे गए युवाओं में बाराकोट नेत्र सलान निवासी 22 वर्षीय मनीष सिंह महर भी था, जो क्लब में शेफ के रूप में काम करता था। मनीष अपने परिवार का इकलौता सहारा था। उसकी मौत की खबर से परिवार टूट गया है। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
विधानसभा क्षेत्र के विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने हादसे को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि मृतक मनीष का परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है। उन्होंने गोवा और उत्तराखंड सरकार से पीड़ित परिवारों को तुरंत आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग उठाई। वहीं जिला पंचायत सदस्य योगेश जोशी ने बताया कि डीएम से वार्ता के बाद मनीष का शव सोमवार को गोवा से लाया जाएगा।
हादसे के बाद गोवा की प्रमोद सावंत सरकार ने त्वरित ऐक्शन लेते हुए तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और राज्य के सभी क्लबों की जांच के आदेश दिए हैं। स्थानीय प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि क्लब में सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया और आग लगने के पीछे क्या कारण रहे।
इस त्रासदी ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है, जबकि पीड़ित परिवार न्याय और सहायता की उम्मीद में सरकार की ओर देख रहे हैं।
