Manipur : मणिपुर में जुलाई में लापता हुए दो बच्चों की हत्या कर दी गई है। इन दोनों की तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है। इसमें मैतेई समुदाय के दो छात्र, 17 साल की हिजाम लिनथोइंगंबी और 20 साल के फिजाम हेमजीतk के शव दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, अभी तक दोनों के शव बरामद नहीं किए जा सके हैं। दोनों छात्रों की तस्वीर वायरल होने के बाद मणिपुर सरकार की तरफ से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई है।

Manipur : अपराधियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

राज्य सरकार की तरफ से एक बयान में कहा गया कि जुलाई से लापता दो छात्रों, फिजाम हेमजीत और हिजाम लिन्थोइनगांबी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। इसके बाद यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। साथ ही, आगे कहा गया कि मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से, उनके लापता होने के आसपास की परिस्थितियों का पता लगाने और उनकी हत्या करने वाले अपराधियों की पहचान करने के लिए मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को पकड़ने के लिए अभियान भी शुरू कर दिया गया है।

Manipur : त्रिपक्षीय निलंबन समझौते पर हस्ताक्षर

मणिपुर की पहाड़ियों में लगभग 25 कुकी विद्रोही समूहों के कई शिविर हैं, जिन्होंने केंद्र, राज्य और सेना के साथ त्रिपक्षीय निलंबन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कुकी ने घाटी स्थित मिलिशिया पर उन पर हमला करने का आरोप लगाया है, जबकि मैतई ने कुकी विद्रोहियों पर खुलेआम अत्याधुनिक हथियारों से लड़कर एसओओ समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। वहीं, अभी तक सुरक्षाबलों की तरफ से राज्य में हथियार भी जब्त किए गए हैं। पहाड़ी-बहुल कुकी जनजातियों और घाटी – बहुसंख्यक मैतई के बीच जातीय हिंसा 3 मई को शुरू हुई, जब मैतई द्वारा अनुसूचित जनजाति (ST) दर्जे की मांग को लेकर कुकियों ने विरोध प्रदर्शन किया। 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। Also Read : NEWS : खालिस्तानी आतंकियों पर बड़ा खुलासा, निशाने पर RSS और हिंदू नेता