बठिंडा की हाई-सिक्योरिटी सैन्य छावनी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां उत्तराखंड के हरिद्वार जिले का रहने वाला एक दर्ज़ी,जो वर्षों से सेना की वर्दियों की सिलाई करता था,अब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हुआ है।
उत्तराखंड का दर्जी निकला पाकिस्तानी जासूस
बठिंडा की हाई-सिक्योरिटी सैन्य छावनी से एक पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार हुआ है। ये जासूस उत्तराखंड के हरिद्वार का रहने वाला गै। एसएसपी अमनीत कौंडल ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, “सेना की सतर्कता से समय रहते आरोपी को पकड़ा गया।अब जांच एजेंसियां ये पता लगाने में जुटी हैं कि आरोपी कब से पाकिस्तान के संपर्क में था और किन जानकारियों की अदला-बदली हुई।
हरिद्वार का रहने वाला है आरोपी
पुलिस ने बताया कि आरोपी रकीब पुत्र इकबाल हरिद्वार ज़िले में रुड़की स्थित डोसनी गांव का निवासी है। जो कि लंबे समय से बठिंडा सैन्य छावनी में दर्ज़ी का काम कर रहा था। उसे कैंट थाना पुलिस ने एक सैन्य अधिकारी की शिकायत पर हिरासत में लिया हैं।छानबीन और तलाशी के दौरान आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जिनमें सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज़, तस्वीरें और पाकिस्तान के कुछ संदिग्ध नंबरों पर भेजे गए संदेश मिले हैं। पुलिस ने मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।
29 अप्रैल को छावनी का मोची भी हुआ था गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक इससे पहले 29 अप्रैल को भी बठिंडा छावनी से सुनील कुमार नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था। वो मोची का काम करता था और हनी ट्रैप में फंसकर एक पाकिस्तानी महिला से बातचीत कर रहा था। हालांकि बाद में वो मामला जासूसी की बजाय भावनात्मक फंसाव निकला। लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं ने सैन्य ठिकानों में कार्यरत नागरिक कर्मियों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब पृष्ठभूमि जांच और निगरानी को और कठोर बनाने की दिशा में काम कर रही हैं।