उत्तराखंड केदारनाथ में कांग्रेस की प्रतिष्ठा यात्रा को लेकर दोनों राष्ट्रीय दल आमने-सामने हैं। केदारनाथ के दिल्ली में केदारनाथ धाम ट्रस्ट का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शिलान्यास को लेकर विवाद सामने आया। केदारनाथ मंदिर में सोने को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए। शंकराचार्य ने भी इस मुद्दे को लेकर सोसल मीडिया में एक बयान जारी किया।बयान जारी करने के बाद बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मामले में सफाई दी। केदारनाथ मामला दोनों दलों में खुब बयानबाजी हो रही है।इसी मामले को लेकर कांग्रेस ने हरिद्वार से लेकर केदारनाथ तक प्रतिष्ठा यात्रा शुरू की। मामला सुर्खियों में है। सरकार की तरफ से मामले में सतपाल महाराज ने बताया इस पर जल्दी ही सारी रिपोर्ट सबके सामने होगी।

अभी हाल में शैला रानी रावत की मौत हो जाने के बाद केदारनाथ विधानसभा सीट खाली हुई है।इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होना है।इस सीट पर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की इस प्रतिष्ठा यात्रा से जोड़ कर देखा जा रहा है।इस यात्रा में कांग्रेस के सभी नेता एकजुट दिखे। एकता का संदेश दिखाई देते हुए नजर आए।

उत्तराखंड में स्थित करोड़ों हिंदूओं की आस्था का केंद्र केदारनाथ धाम एक बार फिर चर्चाओं में है। हालांकि इस बार मुद्दा राजनीतिक ज्यादा है। केदारनाथ धाम को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच उत्तराखंड में जमकर राजनीति हो रही है। कांग्रेस जहां एक तरफ हरिद्वार से केदारनाथ बचाओ यात्रा निकाल कर सरकार को घेरने में लगी है तो वहीं बीजेपी, कांग्रेस की इस यात्रा को ढकोसला बता रही है। कांग्रेस की यात्रा को लेकर आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कांग्रेस के लोग इतने बड़े हो गए हैं कि वह अब केदारनाथ धाम की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। उत्तराखंड में इस समय चारधाम यात्रा चल रही है साथ ही प्रदेश में कांवड़ यात्रा चल रही है। ऐसे में कांग्रेस यह यात्रा निकालकर उत्तराखंड की छवि को धूमिल करने का काम कर रही है।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने पलटवार करते हुए कहा कि किशोर उपाध्याय जो सवाल हमसे कर रहे हैं क्या उन्होंने अपनी सांसद से किया, जो चुनाव आते ही ठीक हो जाती हैं। सिल्क्यारा टनल हादसे में वह नजर नहीं आई और अब बूढ़ाकेदार में आपदा के बाद उन्होंने बयान दिया कि मैं दौरा नहीं कर पाऊंगी स्वास्थ्य बिगड़ा हुआ है। साथ ही गरिमा दसौनी ने कहा कि आपदा में लोगों के पुनर्वास तक का काम सरकार का होता है। यह सरकार का नैतिक दायित्व और कर्तव्य है। किशोर उपाध्याय बहुत ही भोले प्रतीत होते हैं जो अपनी सांसद से एक सवाल नहीं पूछे सकते और कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं भाजपा के नेता यात्रा को विफल बता रहे हैं। लेकिन किशोर उपाध्याय की प्रेस वार्ता बताती है कि कांग्रेस की ये यात्रा कितनी सफल है। साथ ही गरिमा दसौनी ने कहा कि यह यात्रा साफ और पवित्र मन से निकाली जा रही है। हमारे पौराणिक चारधाम की प्रतिष्ठा के लिए यह यात्रा है।


केदारनाथ मामले पर बोले कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज

केदारनाथ में सोना चोरी के मामले में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर राजनीतिकरण किया जा रहा है, जबकि दानदाता ने अभी तक कुछ भी नहीं कहा है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मैने एक साल पहले ही इसकी जांच कर ली है और जांच रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद मीडिया के सामने पूरा तथ्य रखेंगे। आपको बता दें कि इस मामले को लेकर कांग्रेस उत्तराखंड में केदारनाथ बचाओ यात्रा निकाल रही है

बीते दिनों स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप लगाया था कि केदारनाथ मंदिर से 228 किलो सोना गायब हो गया है। आपको बता दें कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को 2022 में स्वर्णमंडित कर बनाया गया। तब से ही लगातार सोने को लेकर विवाद होता रहा है। पिछले दिनों मंदिर समिति ने आधिकारिक तौर पर पूरी रशीदों और साक्ष्यों के साथ बयान जारी किया था। मंदिर समिति के अनुसार केदारनाथ मन्दिर के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने में 23 किलो 777.800 ग्राम सोने का उपयोग किया गया था, जिसका बाजार भाव 14 करोड़ 38 लाख है। इसमें एक हजार किलोग्राम कॉपर प्लेटों का प्रयोग किया गया, जिनकी कीमत 29 लाख है।