चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब (Gurudwara Hemkund Sahib) और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर (Lokpal Lakshaman Temple) के कपाट बंद करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। धाम को गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है।

दोनों धाम के कपाट 11 अक्टूबर को दोपहर डेढ़ बजे बंद किए जाने हैं। कपाटबंदी के मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) का भी हेमकुंड साहिब पहुंचने का कार्यक्रम है। श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने गोविंदघाट में यह जानकारी दी।

इस वर्ष 1.75 तीर्थ यात्रियों ने टेका दरबार में मत्था

बिंद्रा ने बताया कि कपाटबंदी का साक्षी बनने के लिए पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली से तीर्थयात्री बड़ी संख्या में गोविंदघाट और घांघरिया पहुंचने लगे हैं। इस वर्ष अब तक 1.75 लाख तीर्थयात्री दरबार साहिब में मत्था टेक चुके हैं।

सुबह दस बजे से कपाट बंद करने की प्रक्रिया होगी शुरू

बिंद्रा ने बताया कि 11 अक्टूबर को धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू होगी। सुखमणि साहिब पाठ के बाद 11:15 बजे सबद-कीर्तन होंगे और इसके करीब सवा घंटे बाद इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी।

शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे कपाट

दोपहर एक बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुक्मनामा लिया जाएगा और फिर पंज प्यारों की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब से सतखंड साहिब ले जाया जाएगा। इसके बाद शीतकाल के लिए धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इस मौके पर गुरुद्वारा गोविंदघाट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह भी मौजूद रहे।