हरिद्वार। ‘जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार’ अभियान के तहत प्रशासन की गंभीरता बुधवार को खानपुर क्षेत्र के मुंडलाना में आयोजित शिविर में साफ नजर आई। शिविर में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ. ललित नारायण मिश्र समय पर पहुंचे और जनसमस्याओं की सुनवाई शुरू की। इस दौरान लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराया गया।

शिविर में देर से पहुंचे आपूर्ति विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी और सिंचाई विभाग के अभियंता को सीडीओ ने माला पहनवाकर ताली बजवाते हुए स्वागत कराया। बाद में संबोधन के दौरान स्पष्ट किया गया कि यह प्रोत्साहन नहीं, बल्कि अनुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित करने का तरीका है। दोनों अधिकारियों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी। सीडीओ ने चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी शिविर में लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी की संस्तुति पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस सख्ती से कई अधिकारी सहमे नजर आए।

अभियान के तहत जिले के तीन विकास खंडों में पहले चरण में शिविर आयोजित किए गए। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में पहले दिन कुल 30 मामलों का मौके पर निस्तारण किया गया। विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर योजनाओं का लाभ भी लोगों तक पहुंचाया।

विकासखंड बहादराबाद में आयोजित शिविर में 40 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 18 का मौके पर समाधान किया गया। वहीं नारसन के जूनियर हाईस्कूल मुंडलाना में 28 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें 12 का निस्तारण किया गया।

हालांकि, विकासखंड खानपुर में आयोजित शिविर में कोई फरियादी नहीं पहुंचा। क्षेत्रीय लोगों ने शिविर की पूर्व सूचना न मिलने पर नाराजगी जताई, जबकि प्रशासन ने व्यापक प्रचार का दावा किया।