टिहरी गढ़वाल की धनोल्टी तहसील में विजिलेंस का एक्शन देखने को मिला है। विजिलेंस की टीम ने धनोल्टी तहसील के नाजिर विरेंद्र सिंह कैंतुरा को विजिलेंस ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
तहसील का नाजिर 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
विजिलेंस ने विरेंद्र सिंह कैंतुरा को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी जमीन के दाखिल खारिज प्रक्रिया में सही रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत ले रहा था। नाजिर की गिरफ्तारी के बाद से विजिलेंस ने उसके घर और दफ्तर की भी तलाशी ली। आज आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
ट्रैप टीम को इनाम देने की घोषणा
विजिलेंस की टीम की इस कार्रवाई के बाद निदेशक विजिलेंस डॉ. वी मुरुगेशन ने ट्रैप टीम को इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि टिहरी के एक व्यक्ति ने विजिलेंस सेक्टर देहरादून को एक लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में बताया गया था कि तथ्यूड़ जौनपुर के गांव छनाड़ में उनके द्वारा 1500 वर्गमीटर जमीन खरीदी थी। जिसके दाखिल खारिज के लिए उन्होंने पत्रावली तहसील में दी थी।
लेकिन नाजिर द्वारा उनकी पत्रावली को कई बार गलत बताया गया और फिर जब इस बारे में उन्होंने नाजिर से बात की तो उसने कहा कि 15 हजार रूपए दोने के बाद वो सही रिपोर्ट लगा देगा। जिसके बाद उन्होंने उसकी शिकायत की है। शिकायत के बाद ट्रैप टीम का गठन कर नाजिर को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।
जीरो टाॅलरेंस की नीति के चलते एक्शन में विजिलेंस
निदेशक डॉ. मुरुगेशन ने बताया कि आरोपी के घर और कार्यालय में विजिलेंस टीम ने तलाशी की है। उससे तमाम संपत्तियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टाॅलरेंस की नीति के चलते लगातार विजिलेंस कार्रवाई कर रही है। पिछले दिनों कुमाऊं क्षेत्र में भी दो सरकारी अधिकारियों को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया था।