इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर यानि कल लगने जा रहा है। पंचांग के अनुसार ये ग्रहण आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या को चित्रा नक्षत्र और कन्या राशि में लग रहा है। इसलिए इस राशि और नक्षत्र के लोगों पर इस ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा । ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इस दौरान सूर्य आग का छल्ला यानी रिंग ऑफ फायर (Ring Of Fire) की तरह नजर आएगा। ज्योतिष अनुसार सूर्य ग्रहण को अशुभ माना जाता है। इसलिए इस दौरान खास सावधानी बरतने की सलाह दी
जाती है।
दो ग्रहण शुभ नहीं
इस वर्ष के अंतिम दो ग्रहण लगने जा रहे हैं। जिसमें, 14 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा। ज्योतिषियों के मुताबिक, एक ही माह में दो ग्रहण लगना बिल्कुल भी लाभकारी नहीं है। इतना ही नहीं, 14 अक्टूबर से 4 नवंबर तक के 20 दिन भी खगोलीय घटनाक्रम के नजरिए से बेहद विशेष माने जा रहे हैं, जिसका प्रभाव धरती पर प्राकृतिक आपदा, भूकंप, महामारी, सुनामी, बड़े देशों में युद्ध की स्थिति के रूप में देखा जाएगा।
भारत में कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण?
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या पर 14 अक्टूबर, शनिवार को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण होगा। इसकी विशेषता यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। मूल रूप से यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका तथा उत्तरी अफ्रीका का किनारा, अटलांटिक और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार, 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण शनिवार को रात में 8 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और इसका समापन रात 2 बजकर 25 मिनट पर होगा।
सूतक काल मान्य होगा या नहीं
ज्योतिषों के मुताबिक, यह ग्रहण भारत में नहीं दिखएगा। इसलिए, इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। यानी कि इस ग्रहण का देश दुनिया पर भौतिक प्रभाव, आध्यात्मिक प्रभाव, सूतक का प्रभाव या किसी प्रकार का धार्मिक प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। इस ग्रहण के दौरान भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए सामान्य दिनचर्या होगी। शास्त्रों की मानें तो ग्रहण जहां लगता है और जहां दिखता है वहीं इसका प्रभाव भी पड़ता है। इसलिए, भारत में यह ग्रहण न दिखने के कारण इसका कोई भी प्रभाव भारतवासियों पर नहीं पड़ने वाला है।
कहां कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। साल का दूसरा सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, आदि जगहों पर दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें
- सूर्य ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान करें। पूरे घर और देवी देवताओं को शुद्ध करें।
- ग्रहण के दौरान सीधे सूर्य को देखने से बचना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान बाहर जाने से बचें। साथ ही ध्यान रखें कि आप कोई गलत काम न करें।
- ग्रहण के बाद हनुमान जी की उपासना करें।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्यों होता है खाना पीना वर्जित?
धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी नहीं खाना चाहिए। स्कंद पुराण में भी उल्लेखित है कि सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने से सेहत पर गलत असर पड़ता है। यह भी बताया गया है कि सूर्य ग्रहण के समय भोजन करने से सारे पुण्य और कर्म नष्ट हो जाते हैं।
कब लगेगा चंद्र ग्रहण?
सूर्य ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद 28 अक्टूबर 2023 को चंद्र ग्रहण भी लगेगा जो भारतवर्ष में दिखाई देगा। इसलिए, भारतवासियों के लिए यह चंद्र ग्रहण यानी की 28 अक्टूबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण दृश्य होगा।