12 जून का वह भयानक दिन हर किसी के जहन में कुछ इस तरह से बसा है, कि अगर कोई उस दिन को भूलना भी चाहे तो, तब भी नहीं भूल सकता। 12 जून को हुए एअर इंडिया के विमान हादसे ने देशभर में लोगों को झकझोर कर रख दिया। हादसा इतना भयावह था कि इसमें लगभग 260 लोगों की मौत हो गई और मृतकों के पहचान के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग की मदद लेनी पड़ी। इसी सिलसिले में दुर्घटनास्थल से मिले कुछ और शव के अंग डीएनए जांच के बाद छह परिवारों को सौंपे गए हैं। यह जानकारी अहमदाबाद सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ राकेश जोशी ने शुक्रवार दी। वहीं इस मामले में डॉ. जोशी ने बताया कि हादसे में मरने वालों की संख्या अब भी आधिकारिक तौर पर 260 ही है। उन्होंने बताया कि जिन शव के हिस्सों को गुरुवार को सौंपा गया, वे पहले से पहचान किए जा चुके उन्हीं मृतकों के हैं। बता दें कि 27 जून को अधिकारियों ने यह घोषणा की थी कि आखिरी मृतक का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। हालांकि, उस समय ही अस्पताल प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया था कि हादसा विस्फोट जैसा था, जिससे कई शव के अंग इधर-उधर बिखर गए थे और आगे भी कुछ हिस्से मिलने की संभावना है।

16 परिवारों को दी जानकारी

इसके साथ ही डॉ. जोशी ने ये भी बताया कि मामले में ज्यादातर परिवारों ने पहले ही अनुमति दे दी थी कि अगर आगे और कोई अवशेष मिलते हैं, तो अस्पताल खुद उनका अंतिम संस्कार कर दे। लेकिन 16 परिवारों ने कहा था कि अगर और कुछ मिलता है, तो उन्हें पहले सूचना दी जाए। इसके तहत अस्पताल ने इन 16 परिवारों को हाल ही में मिले अवशेषों की जानकारी दी। इनमें से छह परिवारों ने गुरुवार को आकर शव के हिस्से ले लिए, नौ ने अस्पताल को अंतिम संस्कार की अनुमति दे दी, जबकि एक परिवार ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है।

उड़ान भरते ही हादसे का शिकार हुआ था विमान

गौरतलब है कि बीते 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का विमान उड़ान भरते ही हादसे का शिकार हो गया था। विमान में कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य थे। हादसे में एक यात्री को छोड़कर बाकी सभी लोग मारे गए थे। एअर इंडिया विमान एआई-171 अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरते ही एक हॉस्टल की इमारत पर क्रैश हो गया था। जिससे हॉस्टल में मौजूद अन्य 29 लोग मारे गए थे। इस तरह एअर इंडिया विमान हादसे में लगभग 260 लोगों की जान गई।