UTTARAKHAND:
उत्तराखंड में बुधवार की रात बारिश काल बनकर बरसी। भारी बारिश के कारण केदरानाथ, पौड़ी, टिहरी और जागेश्वर में बादल फटने की घटनाएं सामने आई। बुधवार को हुई बारिश में उत्तराखंड में दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग लापता है।कल देर रात हुई मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर लोगों के जहन में 2013 में आई आपदा की यादें ताजा कर दी। जहां कुछ ही घण्टे की बारिश ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया। इस दौरान कई जगह लोगों के घरों में पानी घुस गया तो वहीं कई मोटर मार्ग भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गए।

भारी बारिश के कारण गैरसैंण में एक मकान टूट गया। जिसके मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक गैरसैंण में एक घर धराशायी हो गया। मलबे में दबने से झोड़ू सिमार तौक की एक 26 वर्षीय महिला की मौत हो गई। बारिश के कारण कर्णप्रयाग में भी भारी नुकसान हुआ है।बुधवार रात टिहरी जिले के घनसाली के जखन्याली में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। बादल फटने से एक होटल बह गया। इस घटना में भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) और पुत्र विपिन(28) लापता हो गए थे। तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

रायपुर क्षेत्र में बुधवार देर रात ऑर्डनेंस फैक्ट्री से आगे शराब ठेके के बीच सड़क किनारे नहर में दो व्यक्ति डूब गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान चलाया। नहर में बहे दोनों व्यक्तियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
केदारनाथ में बादल फटने से भारी तबाही मची है। भारी बारिश के कारण भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता वाशआउट हो गया है.गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर बादल फटने से स्थिति खराब हो गई है। जिस कारण लोग रास्तों में ही फंसे हुए हैं। जिन्हें एयरलिफ्ट कर रेस्क्यू किया जा रहा है।

रूड़की में भारी बारिश के चलते बड़ा हादसा हो गया। बहादराबाद क्षेत्र में भोरी डेरा में एक मकान की छत गिर गइ। मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। इस घटना में नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।जागेश्वर धाम में पास बादल फटने से मंदिर के पास बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले। आचनाक हुआ भारी बारिश के कारण मंदिर के आस-पास भारी नुकसान की खबर सामने आ रही है। भारी बारिश से जागेश्वर धाम के पास सड़क और आसपास के क्षेत्रों में भारी मलबा आ गया और मलबे में वाहन दबे हुए हैं।

रूड़की में रोडवेज स्टेशन के पास बस का इंतजार कर दो लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक बिजली के तारों से घिरे एक खंभे के नीचे पेड़ में अचानक करंट फैल गया। जिसकी चपेट में पेड़ के नीचे बस का इंतजार कर रहे दो लोग आ गए। इस हादसे में सरोज निवासी कांवली रोड देहरादून और प्रदीप निवासी लंढौरा की मौत हो गई।बुधवार को बारिश के कारण कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक हाहाकार मच गया। भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागेश्वर जिले में बुधवार को शुभम (14) पुत्र संतोष सरयू में बह गया। जबकि हल्द्वानी इंदिरानगर निवासी RIJWAN भी नाले के तेज बहाव में बह गया.खबर लिखे जाने तक दोनों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। इसके साथ ही धारी ब्लॉक के उडियारी पल्लाधार में पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण हादसा हो गया। पत्थर गिरने के कारण लालराम (48) की मौत हो गई।

बुधवार की रात्रि को केदारनाथ क्षेत्र में मूसलाधार बारिश आफत बनकर बरसी। केदारनाथ के पैदल मार्ग भीमबली, रामबाडा, लिंनचोली में बादल फटने की घटना सामने आ रही है जिससे भीमबली में करीब 25 से 30 मीटर हिस्सा पैदल मार्ग का पूरी तरह से वासआउट हो गया है। जबकि रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर बने दो पुल बह गए हैं और लिंनचोली में भी एक बड़े क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है फिलहाल केदारनाथ की यात्रा बंद हो रखी है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर 500 से ज्यादा तीर्थ यात्री फंसे हैं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार व पुलिस कप्तान विशाखा अशोक भदाणे प्रभावित क्षेत्रों में चले गए हैं और राहत बचाव के कार्यों में लगी टीमों की लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं।