देहरादून/हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय दौरे पर प्रदेश में हैं। शनिवार सुबह राष्ट्रपति मुर्मू हरिद्वार पहुंचीं, जहां उन्होंने पतंजलि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। इसके बाद वह देहरादून पहुंचीं और राष्ट्रपति निकेतन में नवनिर्मित फुट ओवर ब्रिज का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति आज रात देहरादून स्थित अपने आशियाने में विश्राम करेंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा राज्य की रजत जयंती समारोहों के लिए विशेष महत्व रखता है। तीन नवंबर को वह उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को सुबह 11 बजे संबोधित करेंगी। यह सत्र राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। राष्ट्रपति के संबोधन के बाद शाम को वह नैनीताल स्थित राजभवन में आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगी।
चार नवंबर को, राष्ट्रपति मुर्मू कुमाऊं क्षेत्र के दौरे पर रहेंगी। वह सबसे पहले कैंचीधाम पहुंचकर बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन करेंगी। इसके बाद वह कुमाऊं विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगी और विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान करेंगी।
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर पुलिस, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक तैयारियां की हैं। दून एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों ने रिहर्सल की, जबकि राष्ट्रपति के आवागमन के लिए चार हेलिकॉप्टर पहले ही एयरपोर्ट पर पहुंचकर अभ्यास उड़ानें पूरी कर चुके हैं।
इधर, राज्य स्थापना दिवस (9 नवंबर) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे की तैयारियां भी जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री गुनियाल गांव में बनने वाले सैन्यधाम का लोकार्पण करेंगे। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैन्यधाम का निरीक्षण किया और तैयारियों की समीक्षा की।
बताया गया है कि सैन्यधाम में संग्रहालय, थिएटर और लाइट एंड साउंड शो जैसी आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, जिनके माध्यम से वीर सैनिकों के बलिदान और पराक्रम की गाथाएं प्रदर्शित की जाएंगी।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस विशेष दौरे से उत्तराखंड की रजत जयंती उत्सवों में गरिमा और उत्साह का नया रंग भर गया है।
