कोरोना महामारी के बाद हार्ट अटैक के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है. पिछले कई सालों में सेलिब्रिटीज से लेकर आम लोग चलते-फिरते हार्ट अटैक का शिकार होकर जान गंवा रहे हैं. वहीं मरने वालों में ज्यादातर लोग युवा हैं. ऐसे में इस बात को लेकर बहस छिड़ गई कि क्या हार्ट अटैक की वजह कोरोना वैक्सीन है. सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक इस बात की चर्चा होने लगी. हालांकि अब दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टरों ने पूरी तरह साफ कर दिया है कि  हो रही मौतों की वजह कोविड वैक्सीन नहीं है।

अचानक मौत का खतरा कम

डॉक्टर ने कहा कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद अचानक मौत का खतरा कम हो जाता है. अगर आपने कोविड की वैक्सीन लगवाई है, तो आपका हार्ट ज्यादा सेफ है. कोविड वैक्सीन लेने के बहुत से फायदे हैं और लोगों को अफवाहों पर यकीन नहीं करना चाहिए. जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की 2 डोज ली हैं, उनमें सडन डेथ का खतरा 49 प्रतिशत तक कम हो गया है।

कोविड वैक्सीनेशन सडन डेथ का रिस्क नहीं बढ़ाती

हाल ही में ICMR की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमोलॉजी (NIE) की स्टडी में भी दावा किया गया था कि कोविड-19 की वैक्सीन लेने से अचानक मौत का खतरा नहीं बढ़ता है. यह स्टडी मई से अगस्त 2023 के बीच की, जिसमें 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 47 बड़े अस्पतालों से डाटा लिया गया था. इसमें 18 से 45 साल की उम्र के उन लोगों को शामिल किया गया, जो पहले पूरी तरह स्वस्थ दिखते थे, लेकिन अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 के बीच अचानक उनकी मौत हो गई. इस रिसर्च में भी कहा गया कि कोविड वैक्सीनेशन सडन डेथ का रिस्क नहीं बढ़ाती है.अर्थात साफ है कि आजकल के खान पान या फिर अन्य किसी वजहों से हार्ट अटैक का खतरा बन रहा है, ना कि कोवड वैक्सीन से।