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गर्मियों के साथ ही AC, कूलर और पंखों का सीजन आ गया है। इन उपकरणों के बिना गर्मी में जीने दुष्वार हो जाता है। अगर आपका एसी ठीक से कूल नहीं कर रहा है तो आप भी कुछ सिंपल्स के ट्रिक अपनाकर उसे ठीक कर सकते है। AC की कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए उसकी नियमित सर्विस और सफाई बेहद ज़रूरी है। जब AC के फिल्टर या वेंट गंदे हो जाते हैं, तो उसे कमरे को ठंडा करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिससे बिजली की खपत बढ़ जाती है। जब घर में दिनभर AC चलता है तो महीने के अंत में भारी बिल आपकी जेब पर बोझ डाल सकता है। हालांकि कुछ आसान उपाय अपनाकर आप न केवल AC का बेहतर उपयोग कर सकते हैं, बल्कि बिजली के खर्च में भी कमी ला सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।

AC का सही टेम्प्रेचर सेट करें – 24°C है सबसे उपयुक्त

बहुत से लोगों को लगता है कि अगर AC को 18°C या 20°C पर चलाया जाए तो कम समय में कमरे को ठंडा किया जा सकता है और बिजली की बचत होगी। लेकिन यह सोच पूरी तरह गलत है। Bureau of Energy Efficiency (BEE) के अनुसार, AC को 24 डिग्री सेल्सियस पर चलाना सबसे अधिक ऊर्जा-कुशल और स्वास्थ्य के लिए भी उपयुक्त माना गया है।

नियमित सफाई है जरूरी

AC की कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए उसकी नियमित सर्विस और सफाई बेहद ज़रूरी है। जब AC के फिल्टर या वेंट गंदे हो जाते हैं, तो उसे कमरे को ठंडा करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे बिजली की खपत बढ़ जाती है। कम से कम हर 3 से 6 महीने में एक बार AC की सर्विस जरूर कराएं। अगर आपके पास समय नहीं है, तो खुद भी फिल्टर निकालकर साफ कर सकते हैं। ये छोटा सा प्रयास बिजली के बिल में बड़ी राहत दे सकता है।

इन्वर्टर टेक्नोलॉजी वाले AC का करें इस्तेमाल

आज के समय में बाजार में दो तरह के AC मिलते हैं – इन्वर्टर AC और नॉन-इन्वर्टर AC। जहां नॉन-इन्वर्टर AC बार-बार ऑन और ऑफ होता है, जिससे बिजली की खपत ज्यादा होती है, वहीं इन्वर्टर AC कमरे के तापमान के अनुसार खुद को एडजस्ट करता है। इन्वर्टर टेक्नोलॉजी में कंप्रेसर की स्पीड खुद-ब-खुद कंट्रोल होती है, जिससे बिजली की खपत कम होती है। अगर आप नया AC खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन्वर्टर AC एक स्मार्ट और लॉन्ग टर्म सेविंग विकल्प हो सकता है।

 कमरे की सीलिंग और परदों का भी है अहम रोल

AC की ठंडी हवा को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि कमरे से गर्मी अंदर न आने पाए। इसके लिए कमरे की खिड़कियों पर मोटे परदे लगाएं और दरवाज़े ठीक से बंद रखें। यदि संभव हो तो कमरे की छत और दीवारों पर इंसुलेशन का प्रयोग करें। ये छोटे कदम AC पर पड़ने वाले लोड को कम करते हैं और इसके चलते बिजली की खपत भी घटती है।