बांग्लादेश के बाद नेपाल में भी फाइनली तख़्तापलट हो चुका है! पिछले कुछ सालों में एक जैसी कई तस्वीरें दिखीं. श्रीलंका में कुछ घंटों के भीतर ही प्रदर्शनकारियों ने सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया. बांग्लादेश में भी हालात बिगड़े तो शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा! पाकिस्तान में इमरान ख़ान को इस्तीफ़ा देना पड़ा! जब बांग्लादेश में शेख हसीना जान बचाकर भागीं तो भारत के कई नेताओं ने नरेंद्र मोदी को भी भागना पड़ेगा कहा था! अब नेपाल की घटनाओं के बाद भी ऐसे ही कई नेताओं के बयान आने वाले हैं? भारत के सभी पड़ोसी देशों की हालत खस्ता है. अमेरिका की दखल से हो रहे हैं तख़्तापलट…लेकिन भारत को लेकर ऐसा सोचने वालों को ध्यान रखना चाहिए, भारत न तो बांग्लादेश है, न नेपाल और न ही पाकिस्तान! फिलहाल नेपाली पीएम ओली ने इस्तीफ़ा दे दिया है और देश छोड़ दिया है.
नेपाल सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया बैन किया है. इस बैन के विरोध में नेपाल के Gen-Z आबादी अपने सरकार के खिलाफ भारी प्रदर्शन करने सड़क पर ऊतर आए हैं.नेपाल में 20 से 28 साल के युवा इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं. इसलिए नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को Gen-Z प्रोटेस्ट का नाम दिया है.
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रोटेस्ट में भारी संख्या में छात्रों और युवाओं ने भाग लिया है. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि नेपाल में सोशल मीडिया की तदाद कितनी ज्यादा है, जो सरकार के इस फैसले से प्रभावित होगी.एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल की 3 करोड़ की आबादी में 1.43 करोड़ लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव है. यही वजह है कि इस प्रोटेस्ट में16 से 40 साल के लोगों ने भाग लिया है.IAMAI और KANTAR की ‘इंटरनेट इन इंडिया’ नामक रिपोर्ट में कहा गया था कि 2024 में भारत में कुल इंटरनेट यूजर्स की संख्या 88.6 करोड़ थे. इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि 2025 तक ये आंकड़ा 90 करोड़ के पार जा सकती है.
Google- kantar ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि भारत के शहरों में 87% Gen-Z युवा इंटरनेट का यूज करते हैं. वहीं, शहर की 75% आबादी इंटरनेट पर एक्टिव है.रिपोर्ट की मानें तो Gen-Z इंटरनेट का यूज ओटीटी कंटेंट, सोशल मीडिया पर न्यूज देखते हुए बिताते हैं.
नेपाल में इस समय युवाओं का प्रदर्शन काफी तेज हो गया, जहां इस प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया है. इसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है. इस प्रदर्शन के पीछे की वजह कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाना है. हालांकि इसके बाद बड़ा सवाल यह है कि जब सोशल मीडिया पर बैन लग गया तो इतनी संख्या में लोग इकट्ठे कैसे हो गए? सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि इस प्रदर्शन से पहले सोशल मीडिया पर एक ट्रेड खूब चला, जिसे ‘नेपो बेबी’ और ‘नेपो किड’ नाम दिया गया है. हालांकि ये ट्रेंड कहां से शुरू हुआ और कैसे ये सोशल मीडिया से सड़कों तक आ गया, ये भी जानना जरूरी है.