पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है, हर तरफ चुनावी राजनीति की सुगबुगाहट चल रही है। मतदाता भी अपने मत के साथ तैयार है। लेकिन इस बीच बरसात के मौसम में पंचायत चुनाव कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। नैनीताल जिले में 475 ग्राम पंचायतों में होने वाले ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव दो चरणों में होना है। ऐसे में सबसे अधिक चुनौती का सामना जिले के दूरस्थ विकासखंड ओखलकांडा और बेतालघाट में करना पड़ सकता है।ओखलकांडा और बेतालघाट की भी 75-75 ग्राम पंचायत में कई ग्राम सभाएं सड़क से दो से चार किमी दूर हैं। ऐसे में इन ग्राम सभाओं में पोलिंग पार्टियों को बारिश होने पर पैदल ही मतदान की सामग्री लेकर जाना होगा। साथ ही चुनाव के दौरान बारिश के तेज होने पर सड़क पर मलबा गिरने से सड़क के बंद होने का भी सामना करना पड़ सकता है।
पोलिंग पार्टियों को पैदल जाना पड़ेगा
बरसात के मौसम में भी पंचायत चुनाव कराने के लिए प्रशासन की ओर से पूरी तैयारियां की जा रही हैं। जिन गांवों में मतदान केंद्र दूर है उन गांवों में जाने वाले पोलिंग पार्टियों को बारिश से बचाव संबंधित सभी सामग्री दी जाएगी, ताकि उन्हें कोई समस्या ना हो। वाटर प्रूफ टेंट लगाए जाएंगे। मतदान नहीं करने वाले ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हें मतदान करने के लिए मनाया जाएगा।– विवेक राय, एडीएम नैनीताल