उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर से इस वक्त की बहुत ही बड़ी खबर सामने आ रही है।नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख सरदार तरसेम सिंह की अज्ञात हमलावर द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस दुस्सासिक वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। प्राप्त हो रही जानकारी के मुताबिक कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह (60) को मोटरसाइकिल से आए अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। गंभीर रूप से घायल तरसेम सिंह को इलाज के लिए खटीमा के निजी अस्पताल ले जाया गया है। जहां उनकी मौत हो गई।

अस्पताल में तरसेम सिंह को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। उन्हें तुरंत खटीमा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। चिकित्सकों के अनुसार उन्हें तीन गोलियां लगी हैं जिसमें एक पेट एक कलाई और एक हाथ में लगी है। फिलहाल इस वारदात के बाद पुलिस अब आरोपियों की पहचान में जुट गई है इधर इस वारदात के बाद मौक़े पर लोगों की काफी भीड़ है और तरह तरह के क़यास लगाए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों का पता नहीं चल पाया है हमलावरों की पहचान जानने के लिए एस टी एफ को लगाया गया है तथा इस घटना की जाँच के लिए एसआईटी गठित की जा रही है।
बाबा तरसेम सिंह पर फायरिंग की Cctv फुटेज आयी सामने, हमलावर कैमरे में हुए कैद

मिली जानकारी के अनुसार, नानकमत्ता में डेरा प्रमुख तरसेम सिंह को हमलावरों ने तीन सेकेंड में दो गोली मारी थी। हमलावर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए है। एसएसपी मंजुनाथ टीसी का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। बाइक पर पीछे बैठे हमलावर ने दो गोली मारी। घटनास्थल से सुबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर है। उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि नानकमत्ता गुरुद्वारा कार सेवा प्रमुख की हत्या और जांच के लिए एसआईटी की टीम गठित की गई है।

नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई । भाजपा राज में डेरा प्रमुख भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या नहीं बल्कि कानून व्यवस्था की भी हत्या है। भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था एकदम ध्वस्त है। अपराधियों का स्वर्णिम काल चल रहा है। नानकमत्ता में बाबा तरसेम की हत्या करने वाले आरोपी 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा की सराय में रह रहे थे। सराय में उनकी आईडी आधार कार्ड और हेल्थ कार्ड भी मिले हैं। इसके हिसाब से वह पंजाब के रहने वाले थे। लेकिन पुलिस को आशंका है कि आईडी फर्जी हो सकती है।