अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दो शादियों के फेर में फंसे एक युवक ने अपनी मौत का झूठा नाटक रचते हुए स्कूटी खाई में फेंक दी और खुद दिल्ली भाग गया। युवक की स्कूटी नैनीताल रोड पर खाई में मिलने के बाद पुलिस ने इसे गंभीर हादसा मानते हुए 19 दिनों तक जंगलों में सर्च अभियान चलाया, लेकिन अंततः युवक सकुशल दिल्ली में मिला।
पुलिस के अनुसार, मूल रूप से समालखा, दक्षिण दिल्ली निवासी मनोज कुमार अल्मोड़ा के रानीखेत में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था, जो यहां एक शिक्षिका हैं। आठ दिसंबर को वह निजी काम से नैनीताल गया था। शाम को कैंची धाम के पास से उसने पत्नी को फोन कर लौटने की बात कही, लेकिन रात तक घर नहीं पहुंचा। अगले दिन उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। इसी दौरान पन्याली के पास खाई में उसकी स्कूटी मिलने से अनहोनी की आशंका गहराई।
एसएसआई कमल हासन ने बताया कि जांच के दौरान मनोज का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया गया। शुक्रवार को अचानक उसकी लोकेशन दिल्ली के बृजवासन में मिली, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मनोज ने पहले दिल्ली में दूसरे धर्म की युवती से गुपचुप प्रेम विवाह किया था, जिससे उसका एक पुत्र है। इसके बाद वर्ष 2019 में माता-पिता ने उसकी शादी शिक्षिका युवती से करा दी, जिससे भी एक बेटा है। दोनों पत्नियों को एक-दूसरे की जानकारी नहीं थी।
पुलिस के मुताबिक, आठ दिसंबर को कैंची धाम के पास उसे दिल्ली निवासी दोस्त मिले। वह स्कूटी लेकर पन्याली पहुंचा, स्कूटी खाई में फेंकी और दोस्तों के साथ दिल्ली चला गया। वहां वह होटल बदल-बदलकर रहने लगा। पुलिस का कहना है कि युवक अब पहली पत्नी के साथ रहने की जिद कर रहा है। मामले में पुलिस उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
