देहरादून। देहरादून के सहस्रधारा रोड स्थित आईएएस–आईपीएस की एटीएस कॉलोनी में बिल्डर और रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के अध्यक्ष के बीच हुआ विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। आरोप है कि बिल्डर और उसके साथियों ने आरडब्ल्यूए अध्यक्ष पर हमला किया, गाली-गलौच की और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की। मामले में रायपुर पुलिस पर तत्काल कार्रवाई न करने और उल्टा पीड़ित को ही धमकाने के गंभीर आरोप लगे हैं।
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष अजय सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे वह घर लौट रहे थे। इसी दौरान कॉलोनी निवासी पुनीत अग्रवाल और उसके साथी ने सड़क के बीच गाड़ी खड़ी कर उनका रास्ता रोक लिया। जब उन्होंने वाहन हटाने को कहा तो आरोपियों ने गाली-गलौच शुरू कर दी। अजय सिंह के अनुसार, घटना का वीडियो बनाने पर आरोपी ने उनके हाथ पर वार कर मोबाइल गिरा दिया और उन्हें गाड़ी से खींचकर मारपीट की। दोनों आरोपियों ने उन्हें जमीन पर गिराकर ईंटों से हमला किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। बीच-बचाव करने आए पड़ोसियों के साथ भी अभद्रता की गई।
पीड़ित का आरोप है कि 112 पर कॉल करने के बाद पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सहयोग करने के बजाय उन्हें ही गिरफ्तार करने की धमकी दी। इससे नाराज कॉलोनी के कई लोग पुलिस मुख्यालय पहुंचे और रायपुर पुलिस की भूमिका की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की। पुलिस मुख्यालय के हस्तक्षेप के बाद शनिवार शाम को रायपुर थाना पुलिस ने आरोपी पुनीत अग्रवाल और उसके एक साथी के खिलाफ मामला दर्ज किया। रायपुर एसओ गिरीश नेगी ने बताया कि पूर्व में भी दीवाली के दौरान दोनों पक्षों में विवाद हो चुका है। पुलिस ने पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
