गंगा और उसकी सहायक नदियों में अब सीवर का पानी सीधे नहीं जाने दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेशभर में लगाए गए 70 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की सघन निगरानी शुरू की जा रही है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत “नमामि गंगे” योजना में न केवल गंगा, बल्कि उसकी सहायक व अन्य नदियों में भी सीवेज रोकने के लिए ये प्लांट स्थापित किए गए हैं।
हाल के दिनों में कई एसटीपी के खराब होने या नालों का पानी सीधे नदियों में गिरने की शिकायतें सामने आई थीं। हरिद्वार में भी एक नदी में सीवर गिरने पर विभाग को नोटिस जारी किया गया था। इस पर नमामि गंगे के कार्यक्रम निदेशक विशाल मिश्रा ने सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी एसटीपी को मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार ही संचालित किया जाए। लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारियों और एजेंसियों पर कार्रवाई की जाएगी।
