शंखनाद INDIA/
आयुषमान योजना के तहत उत्तराखण्ड में अब सरकार ने राज्य कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए कैशलेस ओपीडी की सुविधा शुरू करने जा रही है। जिससे राज्य के कर्मचारियों और पेंशनर्स को इलाज में फायदा मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। राज्य के सरकारी कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके परिजनों को आयुष्मान योजना के तहत मार्च से कैशलेस ओपीडी की सुविधा मिलने जा रही है। पर्चा बनाने से लेकर भर्ती तक कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। स्टेट हेल्थ एजेंसी ने प्रस्ताव बनाना शुरू कर दिया है।
सरकार ने फरवरी से कर्मचारियों को आयुष्मान योजना के तहत कैशलेस भर्ती की सेवाएं देना शुरू किया है। देशभर के ऐसे लगभग 22 हजार अस्पताल हैं जहां भर्ती होने पर कैशलेस इलाज की सुविधा मिल रही है, लेकिन सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए ओपीडी पर्चा बनाने व जांच के एवज ने जेब से पैसे चुकाने पड़ रहे है। कर्मचारियों की मांग है , कि जब उनसे आयुष्मान योजना के लिए हर महीने प्रीमियम लिया जा रहा है तो फिर उन्हें ओपीडी की सुविधा कैशलेस क्यों नहीं दी जा रही रही।
कर्मचारियों की इस मांग को देखते हुए अब आयुष्मान योजना को संचालित करने वाली स्टेट हेल्थ एजेंसी ने मार्च से योजना के तहत ओपीडी की सुविधा देने का भी निर्णय ले लिया है। फिलहाल ओपीडी सेवाओं के बदले अस्पतालों को दी जाने वाली दर तय की जा रही है। एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि अस्पतालों को ओपीडी सेवाओं के बदले सीजीएचएस की दरों पर भुगतान का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।