उत्तराखंड में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार निर्दलीयों ने जमकर अपनी जीत का डंका बजाया है। एक तरफ सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी कांग्रेस के सामने निर्दलीयों का पलड़ा भारी होता हुआ दिखाई दिया। निर्दलीयों की इस जीत से दोनों ही पार्टियों सहमी हुई भी है। बात अगर जिला पंचायत सदस्य के पदों पर जीतने वालों की करें तो, यहां पर सबसे बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी उभरकर सामने आए।

145 सीटों पर निर्दलीयों का कब्जा

बृहस्पतिवार से शुरू हुई मतगणना शुक्रवार को दोपहर में संपन्न हुई। राज्य में जिला पंचायत सदस्य की 358 सीटों में से 145 पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया, जबकि 121 सीटों पर भाजपा समर्थित और 92 सीटों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी जीते।

11,082 पदों के लिए दो चरणों में हुआ था मतदान

राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार प्रधान के 7,499, सदस्य क्षेत्र पंचायत के 2,974, सदस्य जिला पंचायत के 358 और सदस्य ग्राम पंचायत के 55,587 पदों को मिलाकर कुल 66,418 पदों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी की थी। इनमें से 22,429 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। 32,907 पद रिक्त रह गए थे। 11,082 पदों के लिए दो चरणों में मतदान कराया गया था। इनके सापेक्ष 32,580 मैदान में थे।