प्रेम संगेला:
बुधवार की रात भारी बरसात के चलते आपदा से राकेश कुमार का मकान ही ध्वस्त नहीं हुआ,उनकी उम्मीदें भी दफन हो गयी।आपदा में पत्नी दीपा देवी की मौत ने राकेश कुमार के सपनों को किसी शीशे की तरह तोड दिया।दो माह बाद नये मेहमान के आने की खुशीयों की तैयारी चल रही थी।लेकिन उससे पहले ही परिवार पर एक बार फिर दुखों की दोहरी मार पड़ने से पिता चन्दरी राम,माता वीरा देवी,बुढी दादी झौडी देवी सहित राकेश का पूरा परिवार शोक में डुब गया है।आपदा में 7माह की गृभस्थ पत्नी को जान गंवानी पड़ी है,इस दौरान राकेश कुमार रामनगर के एक होटल में नौकरी कर रहे थे घटना की आधी-अधूरी सूचना पर हडबडाहट में घर के लिए निकले राकेश रास्ते में बंद पड़ी सड़कों के बीच ही फंसे हुए हैं।
इधर घर में कोहराम मचा हुआ है 3साल का बेटा सूर्यांश का अपनी मां को घर पर न पाकर रो-रोकर बुरा हाल है।गरीबी के बीच किसी तरह अपना जीवन काट रहे,परिवार पर आठ माह पहले भी दुखों का पहाड़ टूटा था।जब राकेश के भाई रमेश कुमार की असमय मौत हो गई थी,तब भाई के तीन बच्चों व भाभी सहित परिवार में मां पिता व दादी के साथ एक दिव्यांग भाई की जिम्मेदारी भी उसे अब अकेले ही निभानी थी।इस बीच परिवार पर आई कठिनाइयों के चलते राकेश होटल की नौकरी करके परिवार की जिम्मेदारी उठा रहे थे।लेकिन दुखों ने पीछा नहीं छोड़ा और बुधवार को आपदा में मकान ध्वस्त होने से उनके गर्भवती पत्नी भी साथ छोड गयी।