किश्तवाड़ में बादल फटा

उत्तराखंड के धराली में बादल फटने के बाद मची तबाही से भी ऊबर भी नहीं पाए थे कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही मच गई है। गुरूवार को किश्तवाड़ के चिशोती कस्बे में चार जगह बादल फटने से अब तक कम से कम 52 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 200 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।

किश्तवाड़ में बादल फटने से 52 की मौत

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ भी धराली की ही तरह प्रकृति की मार झेल रहा है। किश्तवाड़ में बादल फटने से अब तक 52 लोगों की मौत हो गई। जिसमें दो सीआरपीएफ के जवान भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि मृतकों में ज्यादा ऐसे लोग शामिल हैं जो कि मचैल माता के दर्शन के लिए पहुंचे थे।

kishtwar cloudburst से 200 लोग लापता

किश्तवाड़ में बादल फटने से मलबे का सैलाब आने से 52 की मौत हो गई। जबकि 120 से ज्यादा घायल हैं। कई लोग मलबे में दबे हैं। जिससे हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है। वहीं बताया जा रहा है कि करीब 200 लोग लापता हैं। सेना, वायुसेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

अब तक 167 लोगों को किया गया रेस्क्यू

kishtwar में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मलबे में से अब तक 167 लोगों को बचाया गया है। इनमें से 38 की हालत गंभीर है। लगातार मौसम खराब होने से बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर एनडीआरएफ अधिकारी ने कहा, “यहाँ लोगों को बचाना मुश्किल होगा क्योंकि हमारे पास अभी सिर्फ एक जेसीबी है। जब जेसीबी खुदाई करेगी, तो हम ऊपर दबे लोगों को निकाल लेंगे। अब हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि नीचे कितने लोग दबे हैं। हमें बताया गया है कि अभी वहां कम से कम 100-200 लोग दबे हो सकते हैं”