चमोली: शराब पर उत्तराखंड की महिलाओं का गतिरोध जारी है। शराब को लेकर उत्तराखंड की महिलाएं चाहती हैं लोल्टी में खुल रही अंग्रेजी शराब की दुकान न खुले , उत्तराखंड की महिलाएं शराब की दुकान खुलने से चिंतित दिखाई दे रही हैं। भविष्य में इनके नौनिहालों को इसकी लत न लगे,विरोध स्थानीय महिलाओं ने दूसरे दिन भी जारी रखा। रविवार को भारी बरसात होने के बावजूद भी बड़ी संख्या में महिलाएं शराब की दुकान का विरोध करने के लिए दुकान पर डटी रही। ग्वालदम-कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोल्टी के समीप नागोली में स्थित इस दुकान का शनिवार को उदघाटन हुआ था, लेकिन स्थानीय महिलाओं ने इस की सूचना मिलने पर शराब की दुकान का विरोध करना शुरू कर दिया ।
शराब से सरकार को हर साल चार हजार करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होता है। उत्तराखंड सरकार के लिए शराब से होने वाली कमाई का मुख्य साधन है, शराब की दुकान के साथ साथ शराब की उप दुकानें भी खोली जा रही है, जिससे शराब की बिक्री अधिक हो सके , शराब से राजस्व मिलता है इसलिए सरकार सरकार शराब की अधिक बिक्री व दुकानों को खोलने के पक्ष में हैं।
रविवार को जिला आबकारी अधिकारी प्रमोद मैठानी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने महिलाओं के साथ बातचीत की, बाद में जिला आबकारी अधिकारी प्रमोद मैठाणी ने बताया कि लोल्टी के नागोली तोक में शराब की दुकान नियमो के तहत खुली है, चमोली जिले में आबकारी विभाग की पंद्रह दुकानें हैं। जिसमें छः उपदुकान खोली गई हैं। दुकान की शाखाएं खोली गई हैं, अगर लोल्टी की दुकान भी खुल जाएगी तो चमोली जिले में दुकानों की संख्या बाईस हो जाएगी,यह दुकान ग्वालदम दुकान की उपदुकान है। चमोली जिले के आबकारी अधिकारी का कहना है जब तक मामला शांत नहीं हो जाता तब दुकान बंद रहेगी। ग्रामीणों के साथ वार्ता की जा रही है
फिलहाल उनके द्वारा दुकान के अनुज्ञापी को मामले के समाधान न होने तक दुकान न खोलने के लिए आदेश दिया गया है।इस दौरान थानाध्यक्ष थराली पंकज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे, इस दौरान शराब की दुकान के विरोध में सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत, धनराज रावत , विकलांग समिति के बृजमोहन सिंह नेगी, महिला मंगल दल देवराडा की अध्यक्ष गौरा देवी, कमला देवी, कुलेश्वरी देवी, मुन्नी देवी आदि उपस्थित थे।
महिलाओं की चिंता भविष्य को लेकर है यह स्कूल कालेज का मुख्य मार्ग है छात्रों को शराब की लत न लगे ,ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर राजकीय इंटर कॉलेज लोल्टी, राजकीय इंटर कॉलेज नारायणनगर सिनई, राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी का मुख्य मार्ग हैं, जिस कारण आने वाली पीढ़ियों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा और युवाओं के नशे की चपेट में आने की संभावना हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता संजीव बुटोला ने बताया कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी,पलायन और रोजगार के बजाय शराब की दुकानों को खोलने पर जोर दे रही हैं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली में अल्ट्रासाउंड मशीन और एक्सरे की सुविधा नहीं है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं है। इस अवसर पर धनराज रावत, बीरेंद्र सिंह रावत, मनमोहन सिंह रावत, संजीव बुटोला, दीपा देवी, मुकेश गुसाई, अब्बल सिंह गुंसाई, दीपा देवी, पूजा देवी, सुनीता देवी,हरमा देवी, बीना देवी, तथा आस-पास की अनेक गांवों से आई महिलाएं विरोध प्रदर्शन करती दिखी।