धनौल्टी:
टिहरी जनपद के धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र में सड़क के अभाव में एक और बीमार महिला को कंधों पर उठाकर 10 किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया गया. उसके बाद सड़क से मरीज को देहरादून अस्पताल पहुंचाया गया।
जानिए आखिर क्यों है यह बदहाल है स्थिति
बता दें यह घटना राजधानी देहरादून के रायपुर इलाके से सटे सकलाना की है। सकलाना के पंचायत सेरा गांव निवासी सुरेंद्र सिंह की पत्नी सरू देवी की देर रात अचानक तबीयत बिगड़ गयी. रास्ता बंद होने से ग्रामीणों ने उन्हें चारपाई पर लिटाकर उबड़ खाबड़ रास्तों से होकर 10 किमी. पैदल चलकर सौदना सड़क तक पहुंचाया. उसके बाद देहरादून हॉस्पिटल तक पहुंचाया गयाब
बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि सौंग घाटी क्षेत्र में एक भी हॉस्पिटल नहीं है। घुड़साल गांव के अरविंद कंडारी बताते हैं कि यहां के लोगों का जीवन बहुत ही दुस्वार है.सौंग घाटी क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधा नहीं है और ना अस्पताल और बैंक की सुविधा है. घुड़साल के पूर्व प्रधान जय सिंह कंडारी बताते हैं कि सौंग बांध परियोजना के अधूरे कार्य से ग्रामीणों को बहुत परेशानी हो रही है। धनौल्टी के लग्गा गोठ निवासी सोनू गौड़ की धर्मपत्नी अंजू देवी 22 जून की रात प्रसव पीड़ा सहते हुए 5 घंटे का पैदल सफर तय कर अस्पताल पहुंचीं. ऐसे में बड़ा सवाल है कि आजादी के 75 सालों के बाद भी धनौल्टी लग्गा गोठ के ग्रामीण सड़क सुविधा से वंचित हैं, लेकिन शासन-प्रशासन के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।