21 सितंबर को हुए पेपर लीक को लेकर प्रदेश में बवाल हो रहा है। हालांकि सरकार ने इस पर एक्शन लेते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट के एन तिवारी को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के साथ ही एक दरोगा समेत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पेपर लीक मामले में अब तक क्या-क्या हुआ ?
21 सितंबर रविवार को UKSSSC के स्नातक स्तरीय ग्रुप सी का पेपर होता है, पेपर शुरू होने के आधे घंटे में ही पेपर लीक होने की खबर आती है। जिस पर आयोग की सफाई आती है कि पेपर लीक ना होकर किसी सेंटर से पेपर के सर्फ तीन पेज बाहर गए हैं। मामले को लेकर बेरोजगार संघ के प्रदर्शन के बाद सरकार ने इस मामले में सख्ती अपनाई और पेपर लीक के आरोपी की बहन साबिया को गिरफ्तार किया। दो दिन बाद मुख्य आरोपी खालिद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जिस से फिलहाल पूछाताछ की जा रही है।
मामले की सीबीआई जांच की मांग
युवा सड़कों पर डटे हुए हैं और पेपर रद्द करने के साथ ही मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। युवाओं के प्रदर्शन के बाद सरकार ने इस मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में एसआईटी इस मामले की जांच करेगी। इसके साथ ही सरकार ने इस मामले में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई करते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट के एन तिवारी को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही उच्च शिक्षा विभाग ने असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को सस्पेंड कर दिया है। ये वही प्रोफेसर है आरोपी की बहन द्वारा भेजा गया प्रश्न पत्र हल किया था। फिलहाल मामले की जांच जारी है जिसकी रिपोर्ट एसआईटी एक महीने में सौंपेगी।