शंखनाद INDIA / गैरसैंण (चमोली) चमोली जिले में नंदप्रयाग-घाटा सड़क के चैड़ीकरण की मांग को लेकर गैरसैंण विधानसभा भवन घेरने जा रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की तरफ से पथराव किया गया। लाठीचार्ज और पथराव में 25 से अधिक आंदोलनकारी और पुलिस वाले घायल हो गए। नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चैड़ीकरण की मांग को लेकर ग्रामीण ढाई महीने से आंदोलन कर रहे है। सोमवार सुबह नंदप्रयाग क्षेत्र से बडी़ संख्या में प्रदर्शनकारी वाहनों में सवार होकर गैरसैंण के लिए रवाना हुए। दोपहर लगभग एक बजे जानकीचट्टी पर लगे बैरियर पर पुलिस ने इन्हें रोक दिया। कुछ देर तक दोनों तरफ से काफी धक्का मुक्की हुई
लगभग 3 किमी. चलने के बाद दोपहर प्रदर्शनकारि दिवालीखात पहुंचे तो वहां भी पुलिस ने बेरियर के पीछे पूरी सड़क पर फैल गई और प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने लगी। पुलिस की तरफ से यहां पर भी पानी की बौछारें करने पर प्रदर्शनकारियों ने बैरियर गिरा दिए। इस बीच पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर प्रदर्शनकारियों की तरफ से भी पुलिस पर पथराव हो गया। लगभग 15-20 मिनट तक मौके पर भगदड़ की स्थिति बनी रही। इस बीच एसडीएम के आने के बाद प्रदर्शनकारी कुछ शांत हुए और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद एसडीएम की अगुआई में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुलाकात को भेजा गया। जिलााधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि 350 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर शाम को अस्थायी जेल से छोड़ दिया गया।