अंकिता हत्याकांड में कोर्ट ने तीनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुना दी है। लेकिन एक सवाल आज भी लोगों के जहन में है कि इतनी जांच के बाद भी वीआईपी कौन था, उसका नाम सामने नहीं आया है।
VIP के नाम का नहीं हो पाया खुलासा
अंकिता के हत्यारों को शुक्रवार को कोटद्वार एडीजे कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी है। लेकिन इस मामले में वीआईपी कौन था इस बात का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। जिसके चलते कांग्रेस ने इसे अधूरा न्याय बताते हुए आरोपियों को फांसी देने और वीआईपी का पता लगाने की मांग की है। खुद अंकिता के माता-पिता आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।
अंकिता हत्याकांड में वीआईपी कौन ?
मामले की जांच के लिए पुलिस ने वनंत्रा रिजॉर्ट के आसपास करीब 40 हजार फोन की लोकेशन 800 सीसी टीवी कैमरा की जांच की। लेकिन इसके बाद भी वीआईपी के बारे में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई। घटना के दिन अंकिता भंडारी ने अपने मित्र पुष्पदीप को रिजॉर्ट में वीआईपी के आने की जानकारी दी थी
उसने पुष्पदीप को बताया था कि पुलकित आर्य उसपर एक बड़े वीआईपी को अतिरिक्त सेवा देने के लिए दबाव डाल रहा है। एसआईटी ने वीआईपी का पता लगाने के लिए 40 हजार फोन की लोकेशन 800 सीसी टीवी कैमरा की जांच कर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। वनंत्रा में आने वाले लोगों से भी पूछताछ की गई। लेकिन, वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं हो पाया।